नई दिल्ली। चावल, आटा, पनीर, दूध, छाछ आदि पैकेज्ड खाद्य पदार्थाें पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाए जाने को लेकर संसद के मानसून सत्र की शुरूआत से ही सदन में हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों पर कड़ा हमला करते हुए केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि ये लोग जीएसटी परिषद की बैठक में इसका समर्थन करते हैं और सदन और बाहर इसका विरोध करते हैं।
ठाकुर ने आज भी प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में महंगाई और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी को वापस लेने की मांग को लेकर सदन में हंगामा कर रहे सदस्यों पर तीखा हमला किया और कहा कि ये वे लोग हैं जो जीएसटी परिषद की बैठक में चुपचाप सब कराते हैं और बाहर आकर उसका विरोध करते हैं। फेक न्यूज को लेकर भी उन्होंने तीखा प्रकार किया और कहा कि कुछ लोग यहां भी है जो इस तरह की खबरे छपवाते हैं और फिर उसका विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि फेक न्यूज को लेकर उनके मंत्रालय के साथ ही इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी कार्रवाई कर रहा है। देश में 70 से अधिक यू ट्यूब चैनल बंद किये गये हैं। इसी तरह से कुछ सोशल मीडिया अकाउंट भी रोक दिए गए हैं। उनका मंत्रालय इस मामले में कोई राहत देने के पक्ष में नहीं है और इस तरह की गतिविधियां संचालित करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जाती रहेगी।
फेक न्यूज के आधार पर समाज में वैमनस्यता फैलाने के बारे में पूछे गए एक पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले में आईटी कानून 2000 के नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 18 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अब तक एक भी दिन संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी है और राज्यसभा में भी कोई कामकाज नहीं हो सका है। आज भारी हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल संचालित किया गया है और 12.25 बजे से लेकर 12.35 बजे तक 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।