लंदन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने भ्रष्टाचार के मौजूदा आरोपों के बीच माना है कि अंतरराष्ट्रीय से जूनियर स्तर तक के क्रिकेट में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है और इसे दूर रखने के लिए निरंतर ही कोशिश करनी होगी।
मीडिया संगठन अल जज़ीरा ने हाल ही में भारत, श्रीलंका और आस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के टेस्ट मैचों के दौरान स्पॉट फिक्सिंग और पिच फिक्सिंग जैसे आरोपों को लेकर डाक्यूमेंट्री जारी की है जिसके बाद क्रिकेट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की मौजूदगी को लेकर फिर विवाद पैदा हो गया है।
क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी के निरंतर प्रयासाें के बावजूद भ्रष्टाचार और फिक्सिंग को लेकर भी काफी आलोचना हो रही है। रिचर्डसन ने माना कि टेस्ट क्रिकेट में फिक्सिंग का सबसे अधिक खतरा बना हुआ है लेकिन उन्होंने घरेलू और जूनियर स्तर पर क्रिकेट में भ्रष्टाचार को लेकर सबसे अधिक खतरा जताया है।
अाईसीसी अधिकारी ने कहा हालांकि डाक्यूमेंट्री का हवाला देते हुये कहा कि सट्टेबाज़ भी मानते हैं कि वैश्विक संस्था की भ्रष्टाचार रोधक इकाई (एसीयू) ने इससे निपटने के लिये जो कदम उठाये हैं वे काफी सख्त हैं और वे भी इससे परेशान है।
उन्होंने कहा कि हमने भ्रष्टाचार को लेकर नियम सख्त किये हैं इसलिये सट्टेबाज़ सीधे खिलाड़ियों के बजाय ग्राउंड्समैन से संपर्क कर पिचों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। वे अब जूनियर और घरेलू क्रिकेट पर भी फोकस कर रहे हैं।
लंदन में 2019 विश्वकप के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में रिचर्डसन ने कहा कि हम इस समस्या को जानते हैं लेकिन हमें इस समस्या से लड़ने के लिए लगातार प्रयास करना होगा।