कोलंबो। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने श्रीलंका के पूर्व ऑलराउंडर दिलहारा लोकुहेटगे पर उसकी भष्ट्राचार रोधी संहिता के उल्लंघन को लेकर आठ साल का प्रतिबंध लगाया है। इस दौरान वह किसी भी तरह से क्रिकेट के साथ कोई संपर्क नहीं रख पाएंगे। इससे पहले लोकुहेटगे पर तीन अप्रैल 2019 से प्रतिबंध लगा था जब वह अस्थायी रूप से निलंबित थे।
आईसीसी भष्ट्राचार निरोधक न्यायाधिकरण सुनवाई के दौरान 40 वर्षीय लाकेहुेटगे को 2017 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेली गई टी-10 लीग में आईसीसी की भष्ट्राचार रोधी संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। सुनवाई के दौरान लाकेहुेटगे को अनुच्छेद 2.1.1 के तहत मैच फिक्सिंग संबंधित समझौते के लिए पार्टी बनने, अनुच्छेद 2.1.4 के तहत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी खिलाड़ी को जानबूझकर अनुच्छेद 2.1 के उल्लंघन का भागीदार बनाने और अनुच्छेद 2.4.4 के अनुसार भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने संबंधी आरोपों को लेकर भी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के पास रिपोर्ट न किए जाने का दोषी पाया गया है।
आईसीसी की इंटेग्रिटी यूनिट के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने सोमवार को कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने के बाद दिलहारा ने कई भ्रष्टाचार-रोधी शिक्षा सत्रों में भाग लिया था और उन्हें पता था कि उनकी यह हरकतें भष्ट्राचार रोधी संहिता का उल्लंघन है। ये प्रतिबंध उनके अपराधों की गंभीरता को दर्शाते हैं। उन्होंने सहयोग के लिए इंकार कर दिया है, लेकिन उन्हें किसी भी तरह के भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में बातचीत करके आगे भ्रष्टाचार होने से रोकना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2019 में आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन संबंधी तीन आरोपों के आधार पर उन्हें अंतरिम रूप से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद इस साल जनवरी में उन पर लगे आरोप साबित हुए।