दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने बुकी द्वारा संपर्क किए जाने संबंधित जानकारी छुपाने के आरोप में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
आईसीसी ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी। भारत-न्यूजीलैंड के बीच पिछले साल 25 अक्टूबर को पुणे में हुए मैच से पहले पांडुरंग एक मीडियाकर्मी को पिच के बारे में जानकारी देते हुए कैमरे में पकड़े गए थे। इस स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने के बाद बीसीसीआई ने उन्हें अक्टूबर में ही उनके पद से हटा दिया था।
पांडुरंग पर बुकी द्वारा संपर्क करने की जानकारी छुपाने का आरोप था लेकिन जांच के दौरान आईससी को उनके खिलाफ ऐसे कोई सबूत नहीं मिले कि जिससे कि यह साबित होता हो कि उन्होंने पिच से जुड़ी जानकारी देने के एवज में किसी से पैसे लिए हों। इसी वजह से उन पर भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आईसीसी के जनरल मैनेजर( भ्रष्टाचार रोधी) एलेक्स मार्शल ने एक बयान में कहा कि आरोपों के बाद हमने इस मामले की जांच की थी। एक मीडिया ग्रुप ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में पिच क्यूरेटर से बात की थी और उससे जुड़े सबूत हमें दिए थे।
उन्होंने कहा कि जांच के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि पांडुरंग सलगांवकर पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं साबित होता है। हालांकि वह आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी इकाई से जुड़े हैं। ऐसे में आईसीसी के आचार संहिता की धारा 2.4.4 का उन्हें दोषी पाया गया है, क्योंकि उन्होंने इस घटना की जानकारी नहीं दी थी।
सलगांवकर ने भी अपनी गलती मान ली थी और उन्हें छह महीने के लिए निलंबित किया गया है और वह 24 अप्रेल 2018 के बाद से अपनी सेवाएं दे सकते हैं।