दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित हुए सदस्यों की मदद के लिए उन्हें मदद मुहैया कराने का फैसला लिया है।
कोरोना महामारी के दौरान बायो-बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) माहौल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन को लेकर परेशानियों से जूझ रहे सदस्यों के लिए सहायता फंड आगामी तीन वर्षाें तक उपलब्ध रहेगा। आईसीसी के एक अधिकारी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, वर्तमान में ऐसे कई क्रिकेट बोर्ड हैं जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन को लेकर पैसों की कमी से जूझ रहे हैं और जरूरत के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी नहीं कर पा रहे हैं। चार्टर्ड उड़ानों, पूरी तरह से बायो-बबल सुरक्षित होटलों की बुकिंग और अन्य कई अतिरिक्त खर्चे छोटे क्रिकेट बोर्डों पर बोझ डाल रहे हैं। इसके चलते उनका कहना है कि उन्हें और पैसे दिए जाएं। अन्यथा वह आयोजन नहीं कर सकते, इसलिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को जारी रखने के लिए उनकी मदद करने की कोशिश की जा रही है।
फिलहाल सहायता फंड की राशि के बारे में चर्चा नहीं की गई है, लेकिन यह समझा जाता है कि आईसीसी की ओर से किसी भी बोर्ड को 50 फीसदी से ज्यादा सहायता राशि नहीं दी जाएगी। वहीं प्रत्येक बोर्ड को सहायता राशि प्राप्त करने से पहले आईसीसी को स्पष्ट रूप से यह बताना होगा कि उन्हें यह राशि किस लिए चाहिए।
आईसीसी की ओर से यह फैसला पिछले साल कई द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के रद्द होने की चिंता के मद्देनजर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष टी-20 विश्व कप भी स्थगित हो गया था जो मूल रूप से अक्टूबर-नवंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया में होना था, हालांकि अब भारत में अक्टूबर-नवंबर 2021 में टी-20 विश्व कप का आयोजन होना है।