मैनचेस्टर। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी विश्वकप से बाहर होने के बाद बुधवार को कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में 45 मिनट के खराब प्रदर्शन ने टीम इंडिया को बाहर कर दिया।
विराट ने मैच के बाद कहा कि यह देखकर दुख होता है कि हमने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन सेमीफाइनल में 45 मिनट के खराब खेल ने हमें बाहर कर दिया। न्यूजीलैंड जीत का हकदार था और उसने हमें लगातार दबाव में रखा।
कप्तान ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारा शॉट चयन कहीं बेहतर हो सकता था। लेकिन मैं एक बार फिर कहूंगा जब नॉकआउट की बारी आती है तो मैच किसी के पक्ष में जा सकता है। न्यूजीलैंड ने मुकाबले में बेहतर संयम दिखाया, साहसिक प्रदर्शन किया और वह जीत के हकदार थे।
भारत ने न्यूजीलैंड को 239 रन पर रोका था लेकिन मात्र पांच रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम वापसी नहीं कर पाई और आखिरी ओवर में 221 रन पर सिमट गई।
विराट ने कहा कि मैच का पहला हॉफ अच्छा था जिसमें हमने गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में सबकुछ ठीक किया। हमें लगा कि हमने न्यूजीलैंड को जिस स्कोर पर रोका है उसका पीछा किया जा सकता है।
लेकिन पहले आधे घंटे में ही न्यूजीलैंड ने जैसा गेंदबाजी प्रदर्शन किया उसने मैच में सारा अंतर पैदा कर दिया। हमारा कल का दिन अच्छा रहा था और हमें इस पर गर्व है। हमने आज भी अच्छा प्रदर्शन किया और लय बनाए रखी।
भारतीय कप्तान ने जीत का श्रेय न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को देते हुए कहा कि उन्होंने नई गेंद के साथ वाकई अच्छा प्रदर्शन और सही जगह पर गेंद डाली। कीवी गेंदबाजों का कौशल वाकई लाजवाब था।
विराट ने जडेजा और धोनी की साझेदारी को सरहाते हुए कहा कि जडेजा के प्रदर्शन से हमें उम्मीद दिखाई दे रही थी। एमएस के साथ उनकी उनकी अच्छी साझेदारी रही लेकिन अंत में हम मामूली अंतर से चूक गए। पूरा टूर्नामेंट अच्छा खेलने के बाद इस तरह बाहर वाकई निराशाजनक लगता है।