साउथम्पटन। अफगानिस्तान के खिलाफ विश्वकप मुकाबले में मिली 11 रन की जीत के बाद राहत महसूस कर रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया है कि एक समय ड्रेसिंग रुम मैच को लेकर काफी चिंतित था।
अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन कप्तान विराट और केदार जाधव के अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर कर पाने में नाकाम रहा था।
मैच के बाद विराट ने कहा कि हमने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाने का सोचा था। लेकिन पिच धीमी हो गई थी और स्पिनरों को मदद कर रही थी। हमने सोचा था कि 250-260 अच्छा स्कोर होगा और अगर हम 270 बनाने में सफल रहते हैं तो यह वाकई अच्छा होगा।
भारतीय कप्तान ने कहा कि मैं जैसे ही बल्लेबाजी करने उतरा तो मैंने पिच को समझा और मुझे लगा कि पिच क्रास शॉट खेलने के लिहाज से सही नहीं है और हमें सीधे ही खेलना होगा। मैं आसानी से स्ट्राइक रोटेट कर पा रहा था। हमारा शॉट खेलने का तरीके गलत रहा, हमने कुछ खराब शॉट खेले और अपने विकेट गंवाएं। आप विपक्षी टीम से मैच को दूर नहीं ले जा सकते, आपको पिच की गति को समझना होगा।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने मध्य ओवरों में वाकई हम पर काफी दवाब बनाया। अफगानिस्तान जैसी टीम जिसके पास काफी योग्य खिलाड़ी हैं, वह आपको आपके हिसाब से खेलने नहीं दे सकते। एक समय ड्रेसिंग रुम में मैच को लेकर काफी चिंता थी कि मैच में आगे क्या होगा लेकिन सभी को विश्वास था कि हम यह मैच जीत सकते हैं।
विराट ने कहा कि यह मुुकाबला हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण था। लेकिन यह हमारी योजना के अनुसार नहीं रहा। जब मुकाबला आपके हिसाब से नहीं रहता है तो आपको मैच में आखिरी गेंद तक संघर्ष करना होता है।