एजबस्टन। इंग्लैंड के जबरदस्त फॉर्म में चल रहे ओपनर जैसन रॉय अंपायर के फैसले के खिलाफ अपशब्द कहने के बावजूद निलंबन से बच गए और उनपर उनकी मैच फीस के 30 फीसदी का जुर्माना लगाया गया।
इंग्लैंड के लिए यह बड़ी राहत की बात है कि रॉय पर कोई निलंबन नहीं लगा। इंग्लैंड विश्वकप के फाइनल में पहुंच चुका है जहां 14 जुलाई को लॉडर्स मैदान पर उसका न्यूजीलैंड के साथ खिताब के लिए मुकाबला होना है। इंग्लैंड ने कल ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद फाइनल में जगह बनाई है।
ऑस्ट्रेलिया के 223 रन के स्कोर का पीछा करते हुए रॉय ने 85 रन बनाए। उन्होंने तेज गेंदबाज पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश की लेकिन चूक गए। गेंद ने बल्ले का कोई किनारा नहीं लिया था और यह बात बाद में रिप्ले से स्पष्ट हो गई थी।
विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने विकेट के पीछे गेंद को शानदार तरीके से लपका और कैच की अपील कर डाली। गेंदबाज और तमाम ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने भी जोरदार अपील की। अंपायर कुमार धर्मसेना शुरु में असमंजस में दिखाई दिए लेकिन फिर उन्होंने उंगली उठा दी।
जॉनी बेयरस्टो इससे पहले इंग्लैंड का रिव्यू पारी की शुरुआत में बेकार कर चुके थे इसलिए रॉय को पवेलियन लौटना पड़ा। रॉय पहले तो अपनी जगह खड़े रहे और फिर नाराजगी जताते हुए पवेलियन की तरफ चल दिए। लेकिन लौटते वक्त उन्होंने जो अपशब्द कहे उन्हें स्टंप्स माइक ने पकड़ लिया। इन शब्दों पर रॉय को निलंबन झेलना पड़ सकता था लेकिन उन्हें जुर्माना और दो डिमेरिट अंक देकर छोड़ दिया गया।
यह डिमेरिट अंक लागू होने की तिथि से खिलाड़ी के अनुशासन रिकॉर्ड में दो साल तक बने रहेंगे। यदि रॉय को दो और डिमेरिट अंक मिल जाते हैं तो वह अपने आप ही निलंबन अंक में बदल जाएंगे और उन्हें एक टेस्ट या दो वनडे या फिर दो ट्वंटी-20 का निलंबन झेलना पड़ सकता है, इनमें से जो भी पहले हो।
रॉय ने 65 गेंदों नौ चौकों और पांच छक्कों की मदद से 85 रन की मैच विजयी पारी खेली थी। इंग्लैंड ने 107 गेंद शेष रहते आठ विकेट से मैच जीतकर चौथी बार विश्वकप फाइनल में जगह बना ली।
इंग्लैंड की पहली बार खिताब जीतने की उम्मीदों के लिए रॉय बहुत महत्वपूर्ण है। वह अबतक छह पारियों में 426 रन बना चुके हैं। यदि उनपर एक मैच का निलंबन लग जाता तो इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ सकती थी। लेकिन उनपर सिर्फ जुर्माना लगने से इंग्लैंड का खेमा काफी खुश है।