मैनचेस्टर। भारत बुधवार को न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन से हारकर आईसीसी विश्वकप से बाहर हो गया और इसके साथ ही यह लगातार चौथा आईसीसी टूर्नामेंट है जिसमें भारत नॉकआउट दौर में बाहर हुआ है।
भारत 2013 में इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी जीतने के बाद आईसीसी के चार बड़े टूर्नामेंटों में नॉकआउट दौर में बाहर हुआ है। भारत 2015 के विश्वकप में सभी मैच जीतते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा जहां उसे आस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
टीम इंडिया 2016 में ट्वंटी-20 विश्वकप में सभी मैच जीतते हुए सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन उसे वेस्टइंडीज से हार का सामना करना पड़ा। भारत 2017 में चैंपियन्स ट्राफी में सभी मैच जीतते हुए फाइनल तक पहुंचा लेकिन फाइनल में उसे पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा।
2019 के विश्वकप में भारत ने लीग चरण में सात जीत के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया लेकिन सेमीफाइनल में उसे न्यूजीलैंड के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।
टूर्नामेंट में लीग मैचों तक भारत के शीर्ष क्रम ने शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन जब निर्णायक मौके पर प्रदर्शन करने की बारी आयी तो भारत के स्टार बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। इस हार ने दो साल पहले की आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल की याद दिला दी जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ भारत के शीर्ष बल्लेबाजों ने समर्पण कर दिया था। उस समय रोहित शून्य और विराट पांच रन बनाकर आउट हुए थे।
भारत ने वर्षा बाधित इस मुकाबले में न्यूजीलैंड को पांच विकेट पर 211 रन से आगे खेलते हुए 239 रन पर रोक दिया था। लेकिन लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने खौफनाक शुरुआत की और मात्र पांच रन पर तीन विकेट गंवा दिए। हेनरी ने शानदार फॉर्म में चल रहे भारतीय ओपनर रोहित को विकेटकीपर टॉम लाथम के हाथों कैच करा दिया।
भारत इस झटके से अभी संभल भी नहीं पाया था कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने भारतीय कप्तान विराट को पगबाधा कर दिया। विराट ने रेफरल लिया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। अगले ही ओवर में हेनरी ने लोकेश राहुल को लाथम के हाथों कैच कराकर भारत की कमर तोड़ दी।
रही-सही कसर दिनेश कार्तिक के आउट होने ने पूरी कर दी। हेनरी ने कार्तिक का विकेट भी लिया। लगातार संघर्ष कर रहे कार्तिक ने 21वीं बॉल पर जाकर अपना पहला रन बनाया। भारत ने 10 ओवर के पावरप्ले में मात्र 24 रन बनाए जो इस टूर्नामेंट में पावरप्ले का सबसे कम स्कोर है। कार्तिक 25 गेंदों में छह रन बना सके और उनका कैच जेम्स नीशम ने लपका।
चार विकेट मात्र 24 रन पर गिर जाने के बाद युवा बल्लेबाज रिषभ पंत और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने संभलकर खेलना शुरु किया और पांचवें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की। भारत का संघर्ष पटरी पर लौटता नजर आ रहा था कि पंत ने बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर पर एक ऊंचा अनावश्यक शॉट मारा और कॉलिन डी ग्रैंडहोम को कैच थमा बैठे। पंत ने 56 गेंदों पर 32 रन में चार चौके लगाए।
पंत जैसी गलती पांड्या ने भी की और उन्होंने भी सेंटनर पर ऊंचा शॉट लगाकर केन विलियम्सन को कैच थमा दिया। पांड्या ने 62 गेंदों पर 32 रन में दो चौके लगाए। पांड्या का विकेट 92 के स्कोर पर गिरा। इसके बाद धोनी और जडेजा ने संभलकर बल्लेबाजी की और स्कोर को आगे बढ़ाया।
जडेजा ने इस साझेदारी के दौरान आक्रामकता दिखाई और कुछ शानदार छक्के लगाते हुए भारत को मुकाबले में बनाए रखा। जडेजा ने सितंबर 2014 के बाद जाकर अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया। उन्होंने विश्वकप में आठवें नंबर पर किसी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी बनाया। जडेजा और धोनी के बीच 100 रन की साझेदारी 97 गेंदों में पूरी हो गई।
इस समय हालांकि रन गति लगातार बढ़ती जा रही थी लेकिन दोनों के क्रीज पर रहते भारत की उम्मीदें बनी हुई थीं। विलियम्सन ने बोल्ट को आक्रमण पर लगाया और जडेजा गेंद को ऊंचा खेल बैठे। विलियम्सन ने आसान कैच लपका और भारत का सातवां विकेट 208 के स्कोर पर गिरा।
धोनी ने 49वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का मारा लेकिन तीसरी गेंद पर दूसरा रन लेने की कोशिश में वह रन आउट हो गए। मार्टिन गुप्तिल के सीधे थ्रो ने धोनी को रन आउट कर दिया। धोनी का विकेट 216 के स्कोर पर गिरा और इसके बाद भारतीय पारी 221 रन पर सिमट गई। हेनरी ने 37 रन पर तीन विकेट, बोल्ट ने 42 रन पर दो विकेट और सेंटनर ने 34 रन पर दो विकेट लिए।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने रिजर्व डे पर कल के 46.1 ओवर में पांच विकेट पर 211 रन से आगे खेलना शुरू किया और 50 ओवर में अपना स्कोर 239 पहुंचाया। न्यूजीलैंड ने आज शेष 23 गेंदों पर 28 रन जोड़े जो अंत में निर्णायक साबित हुए।
मैच के दिन कीवी टीम के इस स्कोर के बाद लगातार बारिश के बाद अंपायरों ने खेल होने की कोई उम्मीद ना देखकर खेल को निलंबित करने का फैसला किया जिससे मैच रिजर्व डे के दिन खिंच गया। कल के नाबाद बल्लेबाज़ों रॉस टेलर ने 67 रन और टॉम लाथम ने तीन रन से पारियों को आगे बढ़ाया।
टेलर अपने कल के स्कोर में ज्यादा इज़ाफा नहीं कर सके और केवल सात रन ही जोड़ सके थे कि लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने उन्हें रनआउट कर अपना शिकार बना लिया। टेलर ने 90 गेंदों की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाकर 74 रन की सबसे बड़ी पारी खेली। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने अपना छठा विकेट 225 के स्कोर पर गंवा दिया।
भारतीय गेंदबाज़ों के आक्रामक प्रदर्शन के सामने टेलर ने संयम से रन बटोरने का प्रयास किया और चार बल्लेबाज़ों के साथ छोटी छोटी साझेदारियां कीं और टीम के सबसे बड़े स्कोरर भी रहे। उन्होंने कप्तान विलियम्सन के साथ तीसरे विकेट के लिये 65 रन की दूसरी उपयोगी अर्धशतकीय साझेदारी की जिसने टीम को कुछ बेहतर स्थिति में पहुंचाया।
न्यूजीलैंड ने अपने आखिरी तीन विकेट 14 रन के भीतर ही गंवा दिये। टेलर के साथ कल के नाबाद खिलाड़ी टॅाम लाथम भी अपने स्कोर में सात रन का इजाफा कर 10 रन पर ही आउट हो गए। उन्हें तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार ने जडेजा के हाथों कैच कराया।
वहीं अगला विकेट मैट हेनरी के रूप में गिरा जिन्होंने एक रन बनाये। हेनरी को भुवी ने विराट कोहली के हाथों कैच कराकर न्यूजीलैंड का आठवां विकेट निकाला। मिशेल सेंटनर छह गेंदों में एक चौका लगाकर नौ रन और ट्रेंट बोल्ट तीन रन पर नाबाद लौटे।
भारत की ओर से भुवनेश्वर 43 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल रहे जबकि जसप्रीत बुमराह ने 39 रन, हार्दिक पांड्या ने 55 रन देकर एक एक विकेट लिया। स्पिनरों में जडेजा को 10 ओवर में सबसे किफायती गेंदबाजी करते हुए 34 रन पर एक विकेट मिला जबकि युजवेंद्र चहल महंगे साबित हुए और 63 रन पर उन्हें एक विकेट मिला।