मैनचेस्टर। भारत और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी विश्वकप का पहला सेमीफाइनल मंगलवार को लगातार बारिश के कारण निलंबित हो गया और अब इसे बुधवार को पूरा किया जाएगा।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले सेमीफाइनल में उस समय बारिश से बाधा पड़ी जब न्यूजीलैंड ने 46.1 ओवर में पांच विकेट पर 211 रन बनाए थे। इसके बाद बारिश नहीं रुकी और लगातार होती रही। अंपायरों ने खेल होने की कोई उम्मीद ना देखकर खेल को निलंबित करने का फैसला किया और अब मैच को बुधवार को रिजर्व डे के दिन पूरा किया जाएगा।
मैच सुबह वहीं से शुरू होगा जहां न्यूजीलैंड की पारी थमी थी। न्यूजीलैंड पांच विकेट पर 211 रन के स्कोर से अपनी पारी आगे बढ़ाएगा और 50 ओवर पूरे करेगा जिसके बाद भारत लक्ष्य का पीछा करने उतरेगा।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच लीग दौर का मैच बारिश से धुल गया था। लेकिन सेमीफाइनल में आईसीसी ने रिजर्व डे रखा है इसलिए मैच अब बुधवार को पूरा किया जाएगा। हालांकि बुधवार को भी बारिश होने की आशंका जताई जा रही है। अगर मैच बुधवार को धुल जाता है तो भारत लीग दौर में ज्यादा जीत हासिल करने के कारण फाइनल में प्रवेश कर जाएगा।
खेल थमने के बाद ग्राउंड स्टाफ ने पूरी कोशिश की थी कि आज मैच संभव हो जाए। लेकिन बार-बार आती बारिश ने खेल होने की संभावनाओं पर पानी फेर दिया। बारिश के दौरान बीच-बीच में डकर्वथ लुइस के आकलन भी आते रहे कि यदि भारत को लक्ष्य मिलता है तो वह कितना होगा। लेकिन अंत में बारिश ने सभी कयासों को दरकिनार कर दिया।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। मार्टिन गुप्तिल एक, हेनरी निकोल्स 28, कप्तान केन विलियम्सन 67, जेम्स नीशम 12 और कॉलिन डी ग्रैंडहोम 16 रन बनाकर आउट हुए। खेल रुकने के समय रॉस टेलर 67 और टॉम लाथम तीन रन बनाकर क्रीज पर थे।
भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा और युजवेंद्र चहल ने एक-एक विकेट लिया। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और कीवी बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा।
न्यूजीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसे पहला झटका गुप्तिल के रुप में लगा। गुप्तिल को बुमराह ने विराट कोहली के हाथों कैच कराकर आउट किया। हालांकि इसके बाद विलियम्सन और निकोल्स ने धैर्य के साथ खेलते हुए टीम को संभालने की कोशिश की। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने दोनों बल्लेबाज को बांधे रखा और पहले 10 ओवर में न्यूजीलैंड एक विकेट के नुकसान पर सिर्फ 27 रन ही बना सकी।
यह इस विश्व कप में 10 ओवर के पॉवरप्ले में सबसे कम स्कोर था। भारतीय गेंदबाजों ने कीवी पारी को ऐसा बांधा कि पहली 16 गेंदों पर कोई रन नहीं बना था, 10 ओवर के पावरप्ले में मात्र 27 रन बने, पहली 120 गेंदों पर 90 डॉट बॉल थीं और 25 ओवर में मात्र 83 रन बने थे।
विलियम्सन और निकोल्स की जोड़ी अपनी साझेदारी को और बड़ी कर पाते उससे पहले ही लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने निकोल्स को एक बेहतरीन गेंद पर बोल्ड कर पवेलियन भेज दिया। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी हुई। निकोल्स ने 28 रन की अपनी पारी में दो चौके लगाए।
शुरुआती झटकों के बाद विलियम्सन ने अनुभवी रॉस टेलर के साथ कीवी पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 65 रनों की साझेदारी की। बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में विलियम्सन लेग स्पिनर चहल की गेंद पर जडेजा को कैच थमा बैठे।
विलियम्सन ने 95 गेंदों में छह चौकों की मदद से 67 रन बनाए। विलियम्सन के आउट होने के बाद टेलर ने अपने हाथ खोले और रन गति को बढ़ाने की कोशिश की। टेलर ने 85 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 67 रन बनाए।
नीशम ने 12 रन की पारी में एक चौका लगाया। उन्हें पांड्या ने आउट किया। ग्रैंडहोम ने दो चौके के सहारे 16 रन बनाए और उनका विकेट भुवनेश्वर ने लिया। कीवी पारी के 100 रन 28.1 ओवर में और 200 रन 44.3 ओवर में पूरे हुए। न्यूजीलैंड की पारी 46.1 ओवर पर बारिश शुरु हो गई और मैच को रोकना पड़ गया जिसके बाद खेल संभव नहीं हो पाया।