मैनचेस्टर। भारत को आईसीसी विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में पराजित करने के बाद न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने माना है कि महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा के बीच हुई शतकीय साझेदारी ने न्यूजीलैंड की टीम को एक समय चिंतित कर दिया था और इनकी साझेदारी से मैच में कुछ भी मुमकिन था।
बोल्ट ने कहा कि धोनी और जडेजा ने हम पर दबाव बना दिया था और दोनों बल्लेबाजों के क्रीच में रहने तक मैच में कुछ भी हो सकता था। लेकिन मुझे खुशी है कि हम वक्त रहते मैच जीतने में सफल रहे।
न्यूजीलैंड ने वर्षा से बाधित सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को 240 का लक्ष्य दिया था लेकिन भारतीय टीम का शीर्ष क्रम पूरी तरह नाकाम रहा और उसके चार विकेट मात्र 24 रन के स्कोर पर ही गिर गए थे।
इसके बाद भारतीय पारी को विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी और स्पिनर जडेजा ने सधी हुई पारी खेलते हुए 116 रन की महतवपूर्ण साझेदारी कर संभाला लेकिन अंत में दोनों अपने विकेट गंवा बैठे और भारत यह मुकाबला हार गया।
मैच में पहले कप्तान विराट और बाद में जडेजा का विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बोल्ट ने कहा कि इस पिच पर नई गेंद काफी स्विंग कर रही थी और हम ऐसी ही शुरुआत करना चाहते थे। हम जानते थे कि हम बेहतर गेंदबाजी करके किसी भी टीम को परेशानी में डाल सकते हैं। हमने अच्छी गेंदबाजी की और भारत पर दबाव बनाने में कामयाब रहे।
विश्वकप फाइनल खेलने को लेकर उन्होंने कहा कि हम लॉर्ड्स में फाइनल खेलने को लेकर उत्साहित हैं और हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमें इस मुकाबले में किसके खिलाफ खेलना है। हम सिर्फ फाइनल मुकाबले का आनंद लेंगे फिर हमारे सामने कोई भी टीम हो। मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड की टीम किसी भी टीम को हराने में सक्षम है। सभी टीमों के पास बेहतरीन खिलाड़ी होते हैं।
न्यूजीलैंड भारत को सेमीफाइनल मुकाबले में हराकर फाइनल में पहुंच चुका है जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से 14 जुलाई को होगा। आईसीसी विश्वकप का फाइनल मुकाबला लॉर्ड्स में खेला जाना है।