बेंगलूरु। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से गौवध रोकथाम संबंधी विधान बनाने के बजाय देश से बीफ के निर्यात पर रोक लगाने की मांग की।
सिद्दारमैया ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए गायों के संरक्षण के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ;भाजपाद्ध नेताओं पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने से देशभर में चमड़ा प्रसंस्करण उद्योगों में काम करने वाले लाखों लोगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि गौ हत्या पर पाबंदी लगाने से कर्नाटक में 25 लाख परिवार प्रभावित होंगे। उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार से प्रभावित होने वाले लोगों की पुनर्वास के लिए कदम उठाने की अपील की। उन्होंने गौ हत्या पर प्रतिबंधि लगाए जाने की निंदा करते हुए केंद्र सरकार दुग्ध तथा डेयरी उत्पादों पर से वस्तु एवं सेवा कर को समाप्त करने करने तथा कृषि से जुड़े समुदायों की सहायता करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि सिर्फ गायों की पूजा करने से उनकी रक्षा नहीं की जा सकती है। गौ हत्या पर पाबंदी लगाने से ग्रामीण अर्थव्यस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में ही प्रतिबंध लागू करने से उद्देश्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह गैर उत्पादक मवेशियों को खरीदेगी तथा उनके बोझ को कम करेगी।