माइग्रेन (Migraine) यानी सिर में होने वाला असहनीय दर्द। माइग्रेन के कारण सिर के आधे हिस्से में तेज दर्द होता है। माइग्रेन का दर्द अचानक ही शुरू होता है और अपने आप ठीक भी हो जाता है। दर्द होने के कोई खास लक्षण नज़र नहीं आते और ना ही यह बताया जा सकता है कि यह दर्द कितनी देर तक बना रहेगा । माइग्रेन का समय रहते इलाज बहुत जरूरी है। माइग्रेन को सही करने के लिए डॉक्टर द्वारा कई दवाईयां दी जाती हैं लेकिन इन दवाइयों का लगातार उपयोग हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है महिलाओं में माइग्रेन की समस्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा पाई जाती है।
माइग्रेन का मुख्य कारण चिंता करना, देर रात तक काम करना, मानसिक दुर्बलता, जुकाम, नजला, कब्ज, मलेरिया आदि है। महिलाओं में यह समस्या हिस्टीरिया, अधिक शारीरिक या मानसिक कार्य करने के कारण, सदमा लगने, आदि से होती है।
माइग्रेन के इलाज के लिए प्राकृतिक घरेलू नुस्खे
- माइग्रेन के लिए प्रतिदिन अपनी पूरी नींद लें। नींद लेने से रोगियों को आराम मिलता है। यदि आपको गहरी नींद आती है तो यह माइग्रेन में आपको काफी आराम दे सकती है। गहरी नींद के लिए आप शोर वाले वातावरण से दूर समय से सो जाएं।
- जिन लोगों को माइग्रेन की तकलीफ होती है, उन्हें जंक फूड, फास्ट फूड और डिब्बा बंद भोजन से दूर रहना चाहिए। पनीर, चीज, चॉकलेट, नूडल्स, मैगी आदि में पाएं जाने वाले तत्व माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकते हैं। माइग्रेन से ग्रसित लोगों को घर का बना ताजा भोजन करना चाहिए।
- माइग्रेन के रोगियों के लिए तेज रोशनी नुकसादायक होती है। इसलिए ध्यान रखें आप जहां भी काम करते हैं या जिस जगह सोते हैं, उसके आस-पास तेज रोशनी तेज धूप या तेज गंध नहीं होनी चाहिए। सोते समय ध्यान रखें की जिस कमरे में आप सो रहे हैं, वहां अंधेरा हो। माइग्रेन के रोगियों को सूरज की सीधी रोशनी से भी बचना चाहिए।
- माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए रोजाना देसी घी की 1-1 बूंदे नाक में डालें। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी। माइग्रेन के दर्द में घी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
- माइग्रेन से पीड़ित लोगों को अधिक से अधिक हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। पत्तेदार सब्जियों में मैग्निशियम पाया जाता है। शरीर में मैग्निशियम की मात्रा से माइग्रेन में राहत मिलती है।
- माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप पालक और गाजर का जूस पीएं माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को अधिक से अधिक हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। पत्तेदार सब्जियों में मैग्निशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शरीर में मैग्निशियम की मात्रा से माइग्रेन में राहत मिलती है। इसके अलावा आप साबुत अनाज जैसे दलिया, समुद्री जीव आदि का भी सेवन मैग्निशियम के लिए कर सकते हैं।
- माइग्रेन से अगर सिर में ज्यादा दर्द हो रहा है तो तुरंत लौंग पाउडर और नमक मिलाकर दूध के साथ पिएं। ऐसा करने से सिर का दर्द गायब हो जाएगा। लौंग हमारे लिए बहुत फायदेमंद है.
- मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो कि शरीर के लिए कई मामलों में फायदेमंद होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड माइग्रेन का दर्द पैदा करने वाली सनसनाहट को कम कर राहत देते हैं।
- माइग्रेन के लिए 1 चम्मच अदरक का रस और शहद को मिक्स करके पीएं। माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए आप अदरक का टुकड़ा भी मुंह में रख सकते हैं। अदरक का किसी भी रूप में सेवन माइग्रेन में राहत दिलाता है।
- माइग्रेन के रोगियों को सिर में हफ्ते में कम से कम दो से तीन बार पिपरमेंट के तेल की मालिश करवानी चाहिए। पिपरमेंट का तेल सिर में ठंडक के साथ ही माइग्रेन के दर्द में राहत देता है। जिससे व्यक्ति को तनाव कम महसूर होता है।
- वसा रहित दूध या फिर इससे बनें उत्पादों का सेवन माइग्रेन में राहत दिला सकता है। ऐसे उत्पादों में विटामिन बी (राइबोफ्लेविन) अधिक मात्रा में रहता है, जिससे शरीर की कोशिकाओं को मजबूती मिलती है। सिर की कोशिकाओं को ऊर्जा नहीं मिलने पर ये कमजोर हो जाती है। इसी का असर होता है कि माइग्रेन की समस्या शुरू हो जाती है
- हर रोग की तरह व्यायाम भी माइग्रेन की समस्या में कारगर होता है। क्योंकि माइग्रेन तनाव के कारण बढ़ता है, इसलिए व्यायाम करने, योग करने और ध्यान लगाने से माइग्रेन में राहत मिलती है। यदि आपको माइग्रेन की समस्या नहीं है और आप प्रतिदिन व्यायाम भी करते हैं तो आपको माइग्रेन होने की संभावना न के बराबर होती है।
- भूखे रहने पर भी यह दर्द बढ़ सकता है। इसलिए ज्यादा देर तक भूखे न रहें, थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाते रहें।