आईआईएम सिरमौर ने आज 2018-20 के अपने बैच के लिए इंडक्शन सेरेमनी का आयोजन किया। पिछले सालों की तुलना में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के चौथे बैच में काफी अधिक संख्या में छात्रों ने प्रवेश लिया है। इस साल आईआईएम सिरमौर आम भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बन गया है और एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।
पांच दिवसीय इंडक्शन समारोह की शुरूआत आज संस्थान की निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) नीलू रोहमेत्रा के संबोधन के साथ हुई। उन्होंने कहा कि हमारे संस्थान का प्राकृतिक, शांत एवं सुदूर इलाके में स्थित होना कोई चुनौती नहीं है बल्कि यह छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है, जहां उन्हें बाहरी भाग-दौड़ की दुनिया से दूर मन लगाकर पढ़ाई करने और अन्य गतिविधियां करने का अवसर मिलता है।
उन्होंने बताया कि मैनेजमेन्ट की शिक्षा न केवल कोरपोरेट समस्याओं को हल कर सकती है बल्कि छात्रों को देश की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं से भी जोड़ती है। उन्होंने कहा कि हर सकारात्मक विचार को वास्तविकता में बदला जा सकता है। उन्होंने नए बैच के छात्रों को अनुशासन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री कौशल किशोर (अडवाइज़र, टीआरएआई, भारत सरकार), इस मौके पर माननीय अतिथि थे। उन्होंने कहा कि सफलता के तीन मूल स्तम्भ हैं- जिज्ञासा, धैर्य और दृढ़ संकल्प। उन्होंने कहा कि समाज को कुछ देना, समाज के लिए कुछ करना सबसे ज़्यादा मायने रखता है। कोरपोरेट अतिथि प्रवक्ता, मिस पद्मिनी मिश्रा, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट एवं एचआर, हैड, कॉक्स एण्ड किंग्स ने छात्रों को बताया कि सफलता पाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास ज़रूरी है, आपमें जोखिम उठाने की हिम्मत होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने नेटवर्किंग एवं कम्युनिकेशन के महत्व पर भी ज़ोर दिया। प्रोफेसर चेयर, प्रोफेसर वनीता कश्यप ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। समारोह का समापन प्रोफेसर विकास कुमार, चेयरपर्सन, स्टूडेन्ट अफ़ेयर्स द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
आईआईएम सिरमौर सबसे नए आईआईएम संस्थानों में से एक है। संस्थान को अभी चार साल भी पूरे नहीं हुए हैं लेेकिन इस छोटी सी अवधि में संस्थान ने देश के अग्रणी बी-स्कूल के रूप में अपने आप को स्थापित कर लिया है। आईआईएम सिरमौर के पूर्वछात्र देश-विदेश में शीर्ष पायदान के कोेरपोरेट पदों पर काम कर रहे हैं।
आने वाले दिनों में कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जैसे केस विश्लेषण, संचार रणनीति पर सत्र, आईस ब्रेकर्स, टीम बिल्डिंग एक्सरसाईज़ आदि। इसके अलावा पांच दिनों के कार्यक्रम के दौरान एंटी-रैगिंग एवं लिंग संवेदीकरण कर भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।