चेन्नई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के छात्रों ने सोमवार को देश की पहली इलेक्ट्रिक फॉर्मूला रेसिंग कार लॉन्च की। कार ‘आरएफ 23’ को पूरी तरह से छात्रों के समूह ‘टीम रफ्तार’ ने बनाया है, जिसकी डिजाइन, निर्माण और परीक्षण में लगभग एक वर्ष का समय लगा है।
प्रदर्शन को लेकर छात्रों का अनुमान है कि इसकी रफ्तार और चक्कर पूरा करने में पुराने ईंधन वाले इंजन के मॉडल के मुकाबले वृद्धि देखी जा सकती है, क्योंकि इलेक्ट्रिक इंजन से इसे ज्यादा ताकत मिलती है।
टीम रफ्तार का लक्ष्य विश्व की बेहतरीन फॉर्मूला छात्र समूह बनते हुए देश में लगातार नवाचार और स्थिर तकनीक के साथ फॉर्मूला छात्र संस्कृति को बढ़ावा देना है। टीम रफ्तार में विभिन्न पाठ्यक्रमों के 45 छात्र शामिल हैं और यह आईआईटी मद्रास के सेंटर फॉर इनोवेशन की प्रतिस्पर्धा टीम है।
अपनी इस कार के साथ टीम भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करना चाहती है। टीम रफ्तार आरएफ 23 को दुनिया के मशहूर फॉर्मूला छात्र कार्यक्रम यानी फॉर्मूला स्टूडेंट जर्मनी में अगस्त 2023 में ले जाने का विचार कर रही है, जहां दुनिया भर की सर्वश्रेष्ठ टीमें हिस्सा लेती हैं।
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामाकोटि ने आरएफ 23 से पर्दा उठाते हुए संवाददाताओं से कहा कि ईंधन से इलेक्ट्रिक वाहनों पर आना आवश्यक है। हमें वैश्विक रुझान स्वच्छ परिवहन को ध्यान में रखते हुए कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि कोयंबटूर में कारी मोटर स्पीडवे पर होने वाले फॉर्मूला भारत कार्यक्रम में टीम हिस्सा लेगी जिसका आयोजन जनवरी 2023 में होगा।
आईआईटी मद्रास की टीम रफ्तार की प्रसंशा करते हुए फैकल्टी एडवाइजर प्रो सत्यानारायण शेषधारी ने कहा कि रफ्तार एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनेगा जो भविष्य के नवाचारों जैसे बिना चालक की गाड़ी और मोबाइल तकनीक से जुड़े निर्माण करेगा।
टीम रफ्तार के कप्तान कार्तिक करुमांची ने कहा कि हमारा प्रारंभिक कार्य एक सुरक्षित, कारगर और भरोसेमंद वाहन का निर्माण करना है। हम इस लक्ष्य के करीब वर्तमान में उद्योग में आ रही समस्याओं पर विचार कर पहुंचे और इस कड़ी में तकनीकी सुझाव प्रदान कर रहे हैं।