सिरोही। जिले में अब फ्रेक्चर के मरीजों को अपने ऑपरेशन के लिए निजी चिकित्सालयों में हजारों रुपए खर्च करके ऑपरेशन करवाने की समस्या से निजात मिलेगी। विधायक मद से सिरोही जिला चिकित्सालय के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में करीब 25 लाख रुपए लागत की सीआर्म मशीन रविवार को विधायक संयम लोढ़ा ने लोकार्पण किया।
करीब दो साल पहले की थी संस्तुति
इस मशीन के लिए सिरोही विधायक ने करीब दो साल पहले संस्तुति दे दी थी। लेकिन इसकी जानकारी खरीद जयपुर स्तर पर राजस्थान मेडीकल सर्विस कार्पोरेशन लिमिटेड (आरएमएससीएल) द्वारा किए जाने का प्रावधान होने के कारण ये स्थानीय स्तर पर नहीं खरीद की जा सकती थी।
सबगुरु न्यूज ने 22 फवरी को ‘आखिर ऐसा कैसे प्रोक्योरमेंट कि नहीं मिल रही सिरोही वासियों को राहत’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसमें इसके प्रोक्योरमेंट में देरी से गरीबोंं को हो रही आर्थिक हानि का जिक्र किया था। खबर प्रकाशन के ठीक एक महीने बाद रविवार को ये मशीन 21 मार्च जिला चिकित्सालय में ये मशीन इंस्टाल हो गई है, जिसका लोकार्पण हुआ। अभी ऑपरेशन टेबल आनी बाकी है।
क्या होगा इसका फायदा?
शरीर के किसी हिस्से मे हड्डी के जोड़ के खिसक जाने पर तो उसे सेट करके प्लास्टर से ठीक किया जा सकता है। लेकिन, फ्रेक्चर इतना गंभीर हो कि रॉड डालनी पड़े तो इस स्थिति में ऑपरेशन के दौरान रियल टाइम एक्सरे लेने के लिए इस मशीन की जरूरत होती है। हड्डियों को जोड़ने के लिए उसमें रॉड डालनी होती है।
इस रोड में स्क्रू कसने के लिए हड्डी के अदंर की लाइव तस्वीर दिखनी जरूरी है। सीआर्म मशीन ऑपरेशन के दौरान हड्डियों के अंदर की एक्सरे स्क्रीन ओर दिखाती रहती है, जिससे ऑर्थोपेडिक सर्जन स्क्रू को सही जगह ड्रिल करके रॉड के छेद में कस पाता है।
पलविस एण्ड फेमर की हड्डीयों के फैक्चर भी सी-एआरएम के बिना नहीं हो पाते थे। अब वे भी आसानी से ठीक हो पाते हैं। सी-एआरएम में आपरेशन के दौरान ली गई ईमेज सेव होती है। जिनको एज्युकेशन परपज के लिए उपयोग में लिया जाता है।
स्पेशियल केयर जैसे की गनशोट में बुलेट को देखने या मेटल की फोरेन बाॅडी को लोकेट करने और उसको निकालने में सी-एआरएम बहुत ही उपयोगी है। इसके अभाव में पहले जिला अस्पताल से मरीजो को उदयपुर रैफर किया जाता रहा है। आजकल हार्ट की बीमारियों में छल्ला डालने में भी सी-एआरएम ही काम में ली जाती है।
क्या बोले विधायक लोढ़ा?
इस मशीन के उद्घाटन के दौरान विधायक संयम लोढा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शीघ्र ही राज्य के हर नागरिको को चिकित्सा का अधिकार कानून के जरिये देंगे। उन्होंने कहा कि अपने नागरिकों को यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज देने वाला पहला राज्य बन गया है। अब मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के माध्यम से राज्य के हर गैर आयकरदाता नागरिक को 5 लाख रूपए चिकित्सा बीमा उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि 2-3 दशक पहले तक हड्डी रोगो का ईलाज सामान्यतः प्लास्टर तक ही सीमित था। जिसमें उम्रदराज लोग ज्यादातर अपनी जान गवां बैठते थे तथा जवान लोगों में हड्डी के गलत जुडने से विकलांगता आ जाती थी। लेकिन सी-एआरएम के आ जाने के बाद आर्थोपेडिक ईलाज में क्रांतिकारी परिवर्तन आ गया है जो ईलाज साल भर लिया करते थे वे सी-एआरएम से रोड लगवाकर 20-30 दिनों में ही चलना प्रारम्भ कर देते हैं।
कार्यक्रम में अतिरिक्त कलेक्टर गितेश मालवीय, उपखण्ड अधिकारी हसमुख कुमार, सभापति महेन्द्र मेवाडा, उपसभापति जितेन्द्र सिंघी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दिनेश कुमार राठौड, ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विवेक, आर्थोपेडिक डाॅ. मोहनलाल निठरवाल, डाॅ. नरेन्द्र सोलंकी, डाॅ. प्रदीप चैहान, डाॅ. वीरेंद्र महात्मा, डाॅ. उषा चैहान लोकार्पण के दौरान उपस्थित थे।
मुख्तियार खान, हरिओम दत्ता, पार्षद जितेन्द्र ऐरन, प्रकाश प्रजापति, दशरथ नरूका, पार्षद सुधांशु गौड, पार्षद राजेन्द्र राणा, पार्षद अनिल कुमार, पार्षद प्रकाश मेघवाल, पार्षद तेजाराम, पार्षद भरत धवल, पार्षद विक्रमसिंह, पार्षद मारूफ हुसैन, तलसाराम, कांतिलाल खत्री, प्रवीण जाटोलिया, राजेन्द्र माली, पूर्व सरपंच डुंगाराम, मोतीसिंह देवडा, पार्षद मनोज पुरोहित आदि इस दौरान आयोजित सभा मे उपस्थित थे।