इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सभी देशवासियों से बेनामी खातों समेत अपनी परिसंपत्तियों की 30 जून तक घोषणा करने का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इसके बाद कोई माैका नहीं दिया जाएगा।
खान ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर लोगों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्थानों के पास परिसंपत्तियों और बेनामी खातों का पूरा आंकड़ा है और लोगों को परिसंपत्ति घोषणा और माफी योजना का लाभ उठाना चाहिए। पाकिस्तान वर्तमान में गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहा है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक नागरिक करों का भुगतान नहीं करेंगे, पाकिस्तान एक महान राष्ट्र नहीं बन सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान विश्व में ऐसा देश है जहां नागरिक सबसे कम राशि कर के रूप में अदा करते हैं। खान ने कहा कि यदि देश के नागरिक चाहें तो पाकिस्तान 10 हजार अरब रुपए करों के रूप में एकत्रित कर सकता है।
खान का संदेश जियो न्यूज पर आज सुबह नौ बजे प्रसारित किया गया। प्रधानमंत्री ने अपने देश में कर सुधारों और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने संबंधी सरकार के एजेंडा के बारे में जानकारी दी।
उधर, विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन पर प्रतिक्रिया में इसे झूठ का पुलिंदा करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर देश को उपदेश दिया है और उन्हें कोई चिंता नहीं है। प्रवक्ता ने दावा किया कि देश के नए बजट में 140 खरब डाॅलर के कर लादने की तैयारी है।