इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आतंकवादियों के प्रति प्रेम की कलई गुरुवार को उस समय खुल गई जब उन्होंने दुनियाभर में खूंखार आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को राष्ट्रीय असेम्बली में ‘शहीद’ करार दिया।
इस बयान के बाद खान विपक्ष के निशाने पर आ गये और उन्हें ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा’ बताया गया। प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान पर पहले ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाने और आतंंकी संगठनों को पनाह देने का आरोप लग रहा है।
खान ने राष्ट्रीय असेंबली में आज अपने संबोधन में अल-कायदा सरगना और खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमरीका का साथ नहीं देना चाहिए था। अमरीका पर बरसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अमरीकी सेना ने पाकिस्तान को बताए बिना देश में घुसकर लादेन को ‘शहीद’ कर दिया। लादेन के मारे जाने के बाद पूरे विश्व में पाकिस्तान की ही बेइज्जती होने लगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमरीका की आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान के 70 हजार लोगों जान गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा जो नागरिक देश से बाहर थे, इस घटना के बाद उन्हें जिल्लत का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के वरिष्ठ नेता ख्वाजा आसिफ ने श्री खान पर गरजते हुए सदन में कहाकि इमरान खान ने ओसमा बिन लादेन को शहीद कहा है। लादेन हमारी भूमि पर आतंकवाद लाया। वह आतंकवादी था और हमारे प्रधानमंत्री उसे शहीद बता रहे हैं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के प्रवक्ता मुस्तफा नवाज खोकर ने बयान में इमरान खान को ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा’ बताया है।