लाहौर। पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने आऱोप को दोहराते हुए कहा कि तीन नवंबर को उनकी हत्या की कोशिश के पीछे एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी का हाथ था।
खान ने गुरुवार को कहा कि सेना के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर ने मेरी हत्या की योजना का मास्टरमाइंड था और उसी ने इसकी पूरी योजना बनाई थी। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार खान ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश से निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की ताकि यह पता चल सके कि देश में लोकतंत्र कमजाेर नहीं हुआ है।
उऩ्होंने कहा कि अगर कोई पूर्व प्रधानमंत्री अपनी हत्या की कोशिश करने वालों के बारे में जानते हुए भी, एफआईआर दर्ज नहीं करवा पाता है तो कोई कल्पना कर सकता है कि पाकिस्तान में एक आम आदमी का क्या होगा।
खान ने आरोप लगाया कि मेजर जनरल नसीर और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस इस्लामाबाद सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर फहीम इस्लामाबाद में तैनात थे, उन्होंने हम पर अत्याचार किया जैसे कि हम आतंकवादी थे। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोग देश में रहेंगे तो आतंकवाद पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता।
पीटीआई अध्यक्ष ने केन्या में पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की जांच करने का भी आग्रह किया। शरीफ पर प्रताड़ना दिखाने वाले कथित वीडियो का जिक्र करते हुए खान ने पूछा कि वे वीडियो टीवी एंकर को कैसे मिले जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक मृतक पत्रकार की मां तक नहीं पहुंची है।
उन्होंने दावा किया कि केवल उच्चतम न्यायालय ही जांच कर सकता है, क्योंकि देश की जांच एजेंसियों की साख मे काफी गिरावट आई है।
खान ने दावा किया कि वजीराबाद में उनपर दागे गए कंटेनर की फोरेंसिक रिपोर्ट से पता चलता है कि अपराध स्थल से पकड़े गए एक के बजाय दो निशानेबाज थे। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक खान रावलपिंडी में मार्च में शामिल होंगे और इस्लामाबाद जाने के लिए देश भर से लोगों का स्वागत करेंगे।