इस्लामाबाद। इस्लामिक सहयोग संगठन में कश्मीर पर समर्थन जुटाने में असमर्थ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि मुस्लिम दुनिया ने फिलिस्तीनियों के साथ-साथ वहां के लोगों को ‘विफल’ किया है।
खान ने ओआईसी देशों के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) को संबोधित करते हुए यूक्रेन संघर्ष का भी जिक्र किया और कहा कि इससे बाकी दुनिया पर व्यापक परिणाम हो सकते हैं।
उन्होंने सुझाव दिया है कि ओआईसी को इस बारे में सोचना चाहिए कि चीन के साथ मुस्लिम दुनिया कैसे मध्यस्थता कर सकती है और संघर्ष को समाप्त कर सकती है।
खान, जिनके प्रधानमंत्री के रूप में बने रहना पाकिस्तान में तेजी से बदलते घटनाक्रम के कारण अनिश्चित है, उन्होंने कश्मीर के मुद्दे को फिलिस्तीन मामले के साथ टैग करते हुए उठाया।
जियो न्यूज के अनुसार उन्होंने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रों ने फिलिस्तीनियों और कश्मीर के लोगों दोनों को विफल कर दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि हम कोई प्रभाव नहीं डाल पाए हैं।
अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान ने ओआईसी की तत्काल बैठक की सख्त मांग की थी, लेकिन इस्लामिक देशों के 57 सदस्यीय समूह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा।
खान ने अनुच्छेद 370 को समाप्त किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ नहीं हुआ, वे (भारत) कोई दबाव महसूस नहीं करते हैं। खान ने कहा कि पश्चिमी देश ओआईसी को गंभीरता से नहीं लेते क्योंकि हम एक विभाजित घर हैं और वे शक्तियां इसे जानती हैं।
यह दावा करते हुए कि दुनिया एक शीत युद्ध के कगार पर है, उन्होंने कहा कि दुनिया के ब्लॉकों में विभाजित होने की संभावना है और अगर वे एकजुट कदम नहीं उठाते हैं तो 15 लाख मुसलमान कहीं नहीं होंगे।