अमेरिका से पाकिस्तान पहुंचते ही प्रधानमंत्री इमरान खान की खुमारी उतर गई। न्यूयॉर्क से लौटते वक्त सऊदी अरब द्वारा दिए गए जेट विमान में खराबी आ गई थी। बाद पीएम को आम मुसाफिर की तरह कमर्शियल फ्लाइट से इस्लामाबाद का सफर तय करना पड़ा।
एयरपोर्ट पर पाकिस्तान-तहरीक ए इंसाफ के नेताओं ने इमरान की तारीफ में कसीदे पढ़े। एयरपोर्ट पर पाकिस्तान-तहरीक ए इंसाफ के नेताओं ने इमरान की तारीफ में कसीदे पढ़े। जब इमरान के बोलने की बारी आई तो उन्होंने पहले अपनी पत्नी बुशरा बीवी की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा कि वे बुशरा बेगम का आभार व्यक्त करना चाहते हैं। उन्होंने मुल्क के लिए लगातार दुआ की। लेकिन संयुक्त राष्ट्र में उन्हें अपनी कथित कामयाबी का पता था। इसलिए पाकिस्तान पहुंचने के बाद अपने पहले ही संबोधन में इमरान खान ने कहा कि दुनिया चाहे कश्मीरियों के साथ हो या न हो, लेकिन पाकिस्तान कश्मीरियों के साथ खड़ा रहेगा।
इस इकबालिया बयान के साथ ही इमरान ने खुद ही ये कबूल कर लिया कि कश्मीर के मोर्चे पर उनकी झूठी कहानी को कुछेक देशों को छोड़ दें तो पूरी दुनिया ने नकार दिया है। अमेरिकी दौरे के नतीजे की ओर इशारा करते हुए इमरान ने पाकिस्तानियों को कहा कि उन्हें बुरे वक्त में निराश नहीं होना चाहिए। इमरान की बातों से यह भी झलका कि कश्मीर पर जो वह चाहते हैं, उसका होना किस हद तक नामुमकिन है।
इमरान ने कहा, “जब आप जद्दोजहद करते हैं तो अच्छा और बुरा वक्त आता है, बुरे वक्त में घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि आप घबराएंगे तो कश्मीरी परेशान हो जाएंगे।