इस्लामाबाद। अमेरिका और ईरान में तनाव की स्थिति के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एलान करते हुए है कि पाकिस्तान किसी ओर के युद्ध के हिस्सा नहीं लेगा लेकिन वह अन्य देशों के बीच बन रहे मतभेदों को दूर करने का प्रयास करेगा।
श्री इमरान ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान अमेरिका और ईरान के बीच एक बार फिर मध्यस्ता करने की पेशकश करते हुए कहा, पाकिस्तान किसी ओर के युद्ध में हिस्सा नहीं लेगा क्योंकि हमने पूर्व में दूसरों युद्ध में हिस्सा लेकर बड़ी गलतियां की है।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान अपनी विदेश नीति में दूसरों के युद्धों में शामिल होने की गलतियों को दोबारा नहीं दोहराएगा। पाकिस्तान एक ऐसा देश बनेगा जो अन्य देशों के बीच शांति को बनाने का प्रयास करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ईरान और सऊदी अरब तथा अमेरिका और ईरान के बीच जारी मतभेदों को दूर करने के लिए पाकिस्तान हर संभव कोशिश करेगा। उन्होंने कहा, हम ईरान और सऊदी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को दोबारा मधुर करने का प्रयास करेंगे। मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी ईरान और अमेरिका के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए मध्यस्ता करने की पेशकश की है।
Nobody emerges victorious from wars. Even the winner is a loser. Pakistan had paid a high price in the past by becoming a part in the war on terror, he said, adding: Now Pakistan will not fight wars but will bring countries together.
श्री इमरान ने मध्य पूर्वी क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव के मद्देनज़र कहा कि युद्ध से कोई भी विजयी नहीं होता है और युद्ध में जीतने वाला ही असल हारनेवाला होता है। पाकिस्तान ने अतीत में आतंक के खिलाफ युद्ध में हिस्सा लेकर भारी कीमत चुकाई थी लेकिन अब वह युद्धों में शामिल होने की बजाय अन्य देशों में मतभेदों को दूर करने का प्रयास करेंगे।