जयपुर। संस्कृत भाषा की पत्रिका संस्कृत भारती के नवीनीकृत कार्यालय का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने किया।
इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुख शंकरलाल ने कहा कि यह पत्रिका 1950 में शुरु हुई थी। अपने सीमित संसाधन के बावजूद निरंतर अपने ध्येय पर आगे बढ रही है। संघ प्रचारक रहे बाबा साहेब आप्टे की प्रेरणा से शुरु संस्कृत भारती विगत 72 वर्षों से निरंतर प्रकाशित होकर संस्कृत के प्रचार प्रसार का कार्य कर रही है जो निश्चित ही सराहनीय है।शंकरलाल ने सुझाव दिया कि पत्रिका में नवीनता लाकर और आकर्षक बनाना चाहिए।
निम्बाराम ने पत्रिका में संस्कृत संभाषण का पृष्ठ जोड़ने का सुझाव दिया। कार्यक्रम के अंत में पत्रिका के प्रबंध संपादक सुदामा शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। जयपुर के भारती भवन स्थित इस कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में संघ के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख जगदीश प्रसाद, क्रीडा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रसाद महानकर एवं सेवा भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मूलचंद सोनी भी उपस्थित रहे।