अजमेर। राजकीय विधि महाविद्यालय अजमेर में बुधवार को छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन एवं शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने इस अवसर पर कहा कि सरकार ने शिक्षकों की कमी को पूर्ण कर इस महाविद्यालय को एक बड़ा तोहफा दिया है। इस तोहफे के लिए वर्तमान छात्र संघ पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने शिक्षकों की कमी के लिए पुरजोर प्रयास किए।
कई बार मुझसे संपर्क किया और मैंने तुरंत उच्च शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में वार्ता कर महाविद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया। आज शिक्षकों की कमी दूर हुई है, जल्द ही मान्यता का मसला भी हल हो जाए इसके लिए प्रयासरत हैं।
छात्रसंघ अध्यक्ष रचित कच्छावा ने कहा कि वर्तमान छात्रसंघ ने 2005 से लेकर अब तक चल रही महाविद्यालय की सबसे बड़ी समस्या शिक्षकों की कमी को दूर कर एक ऐतिहासिक कार्य किया है। साल 2005 से लेकर हर छात्रसंघ इस समस्या से जूझ रहा था। छात्रसंघ ने इस समस्या के समाधान के लिए हर स्तर पर बात की।
छात्र संघ ने एक माह से कम के कार्यकाल में सकारात्मक तरीके से कर कक्षा कक्ष के नाम परिवर्तन कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर शिक्षा संकुल के समक्ष मांग उठाई है, मान्यता के लिए भी हर स्तर पर प्रयास करेंगे। मान्यता जल्दी मिले इसके लिए हम आंदोलन की राह से कभी पीछे नहीं हटेंगे।
कच्छावा ने शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री वासुदेव देवनानी का आभार व्यक्त किया।
कार्यालय उद्घाटन के समय महाविद्यालय में नारी शक्ति को बढ़ावा देने के लिए छात्रसंघ अध्यक्ष रचित कच्छावा अपनी कुर्सी पर स्वयं बैठने से पहले महाविद्यालय की छात्रा भारती कुमावत को बिठाकर एक सकारात्मक पहल की। छात्रसंघ उद्घाटन के समय फीता कटवाने की बजाय गांठ खुलवाकर एक संदेश दिया कि छात्र राजनीति में चुनाव के बाद हुए मतभेदों व रिश्तों में पड़ी गांठों को भी खोल देना चाहिए।
छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला प्रमुख वंदना नोगिया, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गेना, सेवानिवृत्त सर्जन डॉ अशोक मेघवाल, विभाग संगठन मंत्री सोहन शर्मा, घूघरा सरपंच पूजा भंसाली, छात्रसंघ उपाध्यक्ष संजय परसोया, महासचिव धर्मेंद्र बाज्या, संयुक्त सचिव मुकेश मेघवाल उपस्थित रहे।