बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस की तीाखी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि झूठ बोलना इस पार्टी का व्यवसाय बन गया है और कर्नाटक विधानसभा के चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस ‘पीपीपी’ (पंजाब, पुड्डुचेरी और परिवार कांग्रेस) बनकर रह जाएगी।
मोदी ने तुमकुरु, गडग, शिमोगा और मंगलुरु में चार चुनाव रैलियों को संबोधित करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के समय से ही पार्टी चुनावों में गरीबों की बात करती आई थी किंतु जबसे गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बना है तो उसने गरीब की बात छोड़कर किसान का राग अलापना शुरु कर दिया है।
भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) के बीच गुप्ता समझौते की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने जनता दल (एस) को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि दिखाने के लिए दोनों नूरा कुश्ती लड़ रहे हैं। रैली में मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि 2014 के आम चुनाव में देवगौड़ा ने कहा था कि यदि मोदी जीता तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने व्यंग्य किया कि जिन नेताओं को हरी-लाल मिर्च का अंतर नहीं मालूम और जो आलू से सोना निकालने की बात करते हैं कांग्रेस के वे नेता भी आज किसानों की रट लगाए हुए हैं।
मोदी ने कहा कि राज्य विधानसभा के 15 मई को चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस ‘पीपीपी’ (पंजाब, पुड्डुचेरी और परिवार कांग्रेस) में सिमट कर रह जाएगी। कांग्रेस एक एक करके गुजरात, उत्तरप्रदेश, गोवा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा विधानसभा के चुनावों में पराजित हुई है। जनता ने देश के कोने-कोने से कांग्रेस का सफाया कर दिया है और 15 मई को कर्नाटक से भी कांग्रेस ओझल हो जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस देशभर में मिल रही पराजय से चिंतित नहीं थी किंतु कर्नाटक में हार को देखकर बहुत अधिक परेशान है। कांग्रेस कि परेशानी इसलिए है कि यहां उसकी सरकार ने एक टैंक बनाया है जिससे जनता का पैसा लूटा जाता है। लूटा हुआ पैसा सीधा पाइप लाइन से दिल्ली पहुंचता है। कांग्रेस को चिंता यह है कि यदि कर्नाटक हाथ से निकल गया तो पार्टी के लिए पैसा फिर कहां से आएगा।
मोदी यही नहीं रुके और कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शुरूआती अक्षर और ‘सी’ और करप्शन के ‘सी’ में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता नोटबंदी के दर्द से अभी तक उबर नहीं पाए हैं। इस पार्टी ने ‘करप्शन का टैंक’ फुल करने के लिए राज्य में वसूली माफियाओं का एक नेटवर्क बिछा रखा है और यदि राज्य में पार्टी की सरकार चली गई तो इस नेटवर्क का क्या होगा। कांग्रेस इसे लेकर बहुत चिंतित है।
भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के लिए कांग्रेस नेताओं द्वारा अभद्र भाषा इस्तेमाल किए जाने पर मोदी ने कहा कि उनकी उम्र का लिहाज किए बिना ही मनगढ़त आरोप लगाए जा रहे हैं। येदियुरप्पा के राजनीतिक अनुभव और समाज के लिए योगदान को भी नजरअदांज किया जा रहा है। उनके गरीबों के घर जाने का कांग्रेस मजाक उड़ाती है, यह येदियुरप्पा का नहीं सीधे-सीधे गरीबों का अपमान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था कि कांग्रेस का राज पंचायत से लेकर संसद तक था और अब यह पार्टी कुछ ही राज्यों तक सिमट कर रह गई। कांग्रेस के घमंड का ही नतीजा है कि वह देश में हुए एक के बाद एक चुनाव में पराजित होती गई।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों का 15 मई को आने वाला नतीजा दीवार पर लिखा जा चुका है। राज्य में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। कांग्रेस ने स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया। कांग्रेस को झूठ बोलने में महारथ हासिल है और इसलिए कोई सच बोलता है तो वह उसे पचा नहीं पा रही है। देश की जनता कांग्रेस को भली-भांति जान चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक में केवल राजनीतिक मतभेदों के चलते भाजपा के कार्यकर्ताओं की निर्ममता से हत्या की गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही कांग्रेस का लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता 12 मई को मतदान कर कांग्रेस को इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।