नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ पूर्वोत्तर राज्यों में भड़के विरोध प्रदर्शनों की चिंगारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ आज अन्य राज्यों में भी फैल गयी और कुछ जगहों पर इसने उग्र रूप धारण कर लिया।
राजधानी दिल्ली में गुरुवार को विभिन्न राजनीतिक दलों और छात्र संघठनों ने सीएए के विरोध में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किये। प्रदर्शनकारियों ने निषेधाज्ञा के बावजूद लाल किला, मंडी हाउस और जंतर-मंतर पर जोरदार प्रदर्शन किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, स्वराज इंडिया के नेता योगेन्द्र यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित को मंडी हाउस के निकट पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
माकपा नेता प्रकाश करात, वृन्दा करात, हन्नान मुल्ला और कांग्रेस के तहसीन पूनावाला समेत कई नेताओं को भी हिरासत में लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
गृह मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। मंत्रालय ने सभी राज्यों से स्थिति पर कड़ी नजर बनाये रखने और सभी एहतियाती उपाय करने को कहा है।
पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने तथा प्रदर्शन स्थलों लाल किला, मंडी हाउस और जंतर-मंतर पर लोगों को आने से रोकने के लिए अलग अलग इलाकों के 19 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वारों को दिन में बंद कर दिया। जामिया नगर के जामिया और शाहीन बाग मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर अन्य को शाम पांच बजे खोल दिया गया। मेट्रो स्टेशनों को बंद किए जाने तथा सड़कों पर लगे जाम के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
निजी क्षेत्र की विमानन सेवा कंपनी इंडिगो ने अपने कर्मचारियों के जाम फंसने के कारण 19 उड़ानों को रद्द कर दिया और 16 उड़ानों के निर्धारित समय में बदलाव किया गया। इसके अलावा कुछ इलाकों में कई घंटों तक मोबाइल सेवाएं निलंबित रहीं। प्रदर्शनकारियों के लालकिला से शहीद पार्क तक रैली निकालने के आह्वान के मद्देनजर ऐतिहासिक लालकिले के आसपास निषेधाज्ञा लगा दी गई।
इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने सीएए के विरोध को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार मामले में केन्द्र और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया।