जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमितों की लगातार बढ़ रही संख्या चिन्ता का विषय है। विशेषज्ञ चिकित्सकों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को इस स्थिति की गंभीरता का आकलन करते हुए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
गहलोत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि संक्रमण को नियंत्रित रखने के लिए कोरोना के लिए टेस्टिंग, संक्रमित लोगों के इलाज तथा विदेश से आ रहे यात्रियों के लिए संस्थागत क्वारेंटाइन की व्यवस्थाओं को और पुख्ता करने के प्रयास करें। साथ ही, बड़ी संख्या में आम लोगों को कोरोना जागरूकता अभियान से जोड़कर उन्हें अपने स्वास्थ्य का खुद खयाल रखने के लिए प्रेरित करे।
बैठक में अधिकारियों ने गहलोत को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक टीम ने धौलपुर जिले में संक्रमण की स्थिति का आकलन भी किया है। बताया गया कि बीते कुछ सप्ताहों के दौरान कुवैत, यूएई, कजाकिस्तान, किर्गीस्तान आदि देशों से लौटे मजदूरों और मेडिकल के विद्यार्थियों के कारण प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ी है।
इन सभी यात्रियों की टेस्टिंग की गई हैं। अब तक आरटीपीसीआर से की गई टेस्टिंग में 3357 यात्रियों में से 156 को पाॅजिटिव पाया गया है। आगामी दिनों में खाड़ी देशों से आने वाले यात्रियों के लिए उदयपुर और बांसवाड़ा में संस्थागत क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई है।
बैठक में बताया गया कि अजमेर से ईंट भट्टों में काम करने वाले मजदूरों को लेकर एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को छत्तीसगढ रवाना होगी तथा बैंगलूरू से एक अन्य श्रमिक स्पेशल ट्रेन राजस्थान पहुंची है। इसके अतिरिक्त अब तक 284 मोक्ष कलश स्पेशल बसों के माध्यम से 11 हजार 394 यात्रियों को अपने परिजनों के अस्थि कलश विसर्जन के लिए हरिद्वार भेजा गया।