मेलबोर्न । भारतीय क्रिकेट टीम आस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबोर्न में 26 दिसंबर से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में नयी ओपनिंग जोड़ी के साथ उतरने जा रही है जबकि अपनी चोट से विवाद पैदा करने वाले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की वापसी से मेहमान टीम की निगाहें सीरीज़ में बढ़त हासिल करने पर लगी हैं।
विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने मंगलवार को तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर अपनी अंतिम एकादश घोषित कर दी जिसमें सबसे बड़ा बदलाव ओपनिंग जोड़ी को लेकर था। टीम प्रबंधन ने एडिलेड और पर्थ टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले लोकेश राहुल और मुरली विजय की ओपनिंग जोड़ी को मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बुधवार से खेले जाने वाले टेस्ट से ही बाहर कर दिया।
मेलबोर्न में अब भारत नयी ओपनिंग जोड़ी के साथ उतरेगा जिसमें मयंक अग्रवाल को टेस्ट पदार्पण का मौका दिया जाना तय है जबकि हनुमा विहारी दूसरे ओपनिंग बल्लेबाज़ होंगे। वहीं टीम को अपने दो अहम खिलाड़ियों की वापसी से मजबूती मिली है जो चोट के कारण बाहर थे, इनमें छठे नंबर के बल्लेबाज़ रोहित शर्मा और ऑलराउंडर जडेजा शामिल हैं। रोहित पर्थ टेस्ट में नहीं खेले थे जबकि जडेजा कंधे की चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहे हैं।
भारत ने एडिलेड में पहला मैच 31 रन से जीता था लेकिन पर्थ में खेले गये दूसरे टेस्ट में वह 146 रन से हारने के बाद चार मैचों की सीरीज़ में 1-1 की बराबरी पर आ गया है। ऐसे में मेलबोर्न टेस्ट बढ़त के लिहाज़ से भारत के लिये अहम हो गया है। विराट की पसंद ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी फिट हो चुके हैं लेकिन टीम में अतिरिक्त बल्लेबाज़ खेलाने की उम्मीद के साथ रोहित को मौका दिया गया है।
भारतीय टीम को पिछले दोनों टेस्टों में बल्लेबाज़ों से निराशा हाथ लगी है जिसमें ओपनिंग जोड़ी का विदेशी जमीन पर सिरदर्द लगातार बना रहा। निरंतर मौके दिये जाने के बावजूद राहुल और मुरली टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने में नाकाम रहे हैं। राहुल ने पिछले मैचों की चार पारियों में कुल 48 रन ही बनाये हैं। उन्होंने विदेशी जमीन पर अपने नौ टेस्टों में केवल एक 50 से अधिक का स्कोर ही बनाया है।
मुरली ने मौजूदा सीरीज़ में अपनी चार पारियों में 49 रन ही बनाये हैं। इस वर्ष मुरली ने अपने आठ टेस्टों में केवल अफगानिस्तान के खिलाफ एक शतक बनाया है जबकि विदेश दौरों में अपने सात टेस्टों में वह एक भी अर्धशतक तक नहीं बना सके हैं। पर्थ में मुरली पहली पारी में शून्य पर आउट हुये थे तो दूसरी पारी में 20 रन ही बना सके थे। टीम प्रबंधन के लिये युवा ओपनर पृथ्वी शॉ के अभ्यास के दौरान चोटिल हो जाने से भी ओपनिंग जोड़ी में विकल्प कम हुये थे।
हालांकि मयंक को ओपनिंग में अच्छा विकल्प माना जा रहा है जिनका इस वर्ष घरेलू क्रिकेट में भारत ए टीम के साथ भी प्रदर्शन अच्छा रहा था। वहीं हनुमा आंध्र की रणजी टीम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज़ों में हैं जबकि वह हैदराबाद टीम की ओर से भी खेल चुके हैं। उम्मीद की जा सकती है कि भारत की यह नयी ओपनिंग जोड़ी आस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ी तिकड़ी पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क का सामना कर टीम को अच्छी शुरूआत दिला सकेगी।
पर्थ में भारत की पहली पारी 283 रन पर ढेर हो गयी थी जिसमें यदि कप्तान विराट के 123 रन और उपकप्तान अजिंक्या रहाणे के 51 रन की अर्धशतकीय पारी के अलावा बाकी सभी बल्लेबाज़ों ने निराश किया जबकि दूसरी पारी में 140 रन पर टीम ढेर हो गयी थी। रन स्कोर करने के लिये टीम की निर्भरता विराट पर ही दिखाई बनी हुई है जिसका फायदा विपक्षी टीम उठा रही है।
दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज़ विराट ने पिछली चार पारियों में 3, 34, 123, 17 रन बनाये हैं। खराब शुरूआत के कारण मध्यक्रम में उनपर दबाव निरंतर रहता है लेकिन वनडे के विशेषज्ञ बल्लेबाज़ रोहित की वापसी ने टीम को मजबूती दी है। पर्थ से बाहर रहे रोहित छठे नंबर पर अहम स्कोरर साबित हो सकते हैं जबकि रहाणे और पुजारा भी अहम स्कोरर हैं।
हालांकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पेट की मांसपेशियों में खिंचाव की परेशानी से अब तक उबरे नहीं हैं और वह मेलबोर्न से भी बाहर रहेंगे। लेकिन अश्विन की भरपाई लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा की वापसी से संभव है जो निचले क्रम पर अच्छे रन स्कोरर भी हैं।
गेंदबाज़ों ने हालांकि अब तक संतोषजनक प्रदर्शन किया है। पर्थ में टीम को एक स्पिनर की कमी खली थी ऐसे में तेज़ गेंदबाजी आक्रमण में इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ जडेजा की मौजूदगी से गेंदबाजी क्रम काफी संतुलित दिखाई दे रहा है। जडेजा को चौथे तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव की जगह अंतिम एकादश में मौका मिला है।
आस्ट्रेलियाई टीम ने भी मेलबोर्न मैच के लिये एक बदलाव किया है और खराब फार्म से जूझ रहे पीटर हैंड्सकोंब की जगह ऑलराउंडर मिशेल मार्श को टीम में जगह दी है। इसके अलावा पर्थ में जीत दिलाने वाली आस्ट्रेलियाई टीम में अन्य कोई बदलाव नहीं है और एक बार फिर पिछले मैच के मैन ऑफ द मैच स्पिनर नाथन लियोन के निशाने पर भारतीय बल्लेबाज़ रहेंगे।
एमसीजी की पिच भी इस बार चर्चा का विषय है जिसकी परिस्थितियां दोनों टीमों को हैरान कर सकती है। गत वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट के दौरान इस पिच को आईसीसी ने ‘खराब’ रेटिंग दी थी जहां मैच ड्रॉ समाप्त हुआ था। ऐसे में यह पिच भी मैच में बड़ा फर्क पैदा कर सकती है।