लंदन । भारतीय क्रिकेट टीम के लिये हमेशा भाग्यशाली साबित हुये लार्ड्स के मैदान पर गुरूवार से शुरू होने जा रहे दूसरे टेस्ट में विराट कोहली एंड कंपनी जीत दर्ज करते हुये पांच मैचों की सीरीज़ में बराबरी हासिल करने के इरादे से उतरेगी।
भारतीय टीम को सीरीज़ के पहले मैच में इंग्लैंड टीम ने 31 रन से हराया था जिससे मेहमान टीम 1-0 से पिछड़ गयी है। हालांकि लार्ड्स पर भारतीय खिलाड़ियो के पास वापसी का मौका रहेगा जहां वर्ष 2014 की पिछली सीरीज़ में भारतीय टीम को उसकी एकमात्र जीत हासिल हुई थी।
भारत ने इंग्लैंड में पिछली पांच मैचाें की सीरीज़ 1-3 से गंवायी थी लेकिन लार्ड्स पर उसने दूसरा मैच 95 रन से जीतकर क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी बचाई थी। भारत ने अपने इतिहास का पहला विश्वकप 1983 में भी लार्ड्स मैदान पर जीता था। ऐसे में कप्तान विराट की टीम इंडिया फिर से यहां अपना जादू चला सकती है।
चार वर्ष पूर्व टीम में मुरली विजय, अजिंक्या रहाणे,चेतेश्वर पुजारा, शिखर धवन, रवींद्र जडेजा, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और विराट कोहली उस टीम का हिस्सा थे और मौजूदा टीम में भी ये खिलाड़ी शामिल हैं। इन खिलाड़ियों के पास इंग्लिश परिस्थितियों का अच्छा अनुभव है। वर्ष 2014 सीरीज़ के लार्ड्स मैदान पर हुये मैच में मुरली की 95, रहाणे की 103 रन और ऑलराउंडर जडेजा की निचले क्रम पर 68 रन की पारी अहम रही थी।
हालांकि भुवनेश्वर कुमार की निचले क्रम पर अर्धशतकीय पारी के साथ 82 रन पर छह विकेट का प्रदर्शन भी लाजवाब था लेकिन भुवी इस बार चोट के कारण टीम से बाहर हैं लेकिन तेज़ गेंदबाज़ों में फिर से निगाहें इशांत पर होंगी जिन्होंने यहां इंग्लैंड की दूसरी पारी में 74 रन पर सात विकेट निकाले थे और भारत को जीत दिला मैन ऑफ द मैच रहे थे।
भारतीय टीम सीरीज़ में पिछड़ने के बाद टीम में कुछेक बदलाव कर सकती है तो इंग्लैंड की टीम को एजबस्टन में शानदार प्रदर्शन करने वाले ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को टीम से बाहर करना पड़ा है, जो अापराधिक मामले का सामना कर रहे हैं। स्टोक्स की जगह क्रिस वोक्स को टीम में बुलाया गया है जबकि नवोदित सरे बल्लेबाज़ ओली पोप को भी टीम में उतारा गया है।
सीरीज़ की शुरूआत से ही शीर्ष क्रम की सिरदर्दी झेल रही टीम इंडिया में संभवत: दूसरे मैच में ओपनिंग क्रम में बदलाव देखने को मिलें। मुरली, शिखर और लोकेश राहुल तीनों ने ही दोनों पारियों में निराश किया और हमेशा की तरह कप्तान विराट को रन बटोरने पड़े। इस मैच में हालांकि बल्लेबाजों में पुजारा की कमी खली जिन्हें बेंच पर बैठाया गया था। उम्मीद की जा सकती है कि लार्ड्स में उन्हें मौका मिले।
इसके अलावा गेंदबाज़ों में दूसरा स्पिनर खेलाने को लेकर काफी चर्चा है। इंग्लैंड में कई वर्षाें बाद पड़ रही भारी गर्मी के चलते यहां की पिचें स्पिन मददगार मानी जा रही हैं जबकि पिछले मैच में केवल ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को ही उतारा गया था जबकि अन्य सभी तेज़ गेंदबाज़ थे। यदि दूसरा स्पिनर उतारा जाता है तो लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा या कलाई के स्पिनर चाइनामैन कुलदीप यादव में से किसी एक को चुना जाएगा।
पिछली सीरीज़ में जडेजा का प्रदर्शन संतोषजनक था तो इंग्लैंड दौरे पर सीमित ओवर सीरीज़ में कुलदीप प्रभावशाली रहे हैं। हालांकि इनमें से यदि किसी को भी चुना जाता है तो ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को बाहर बैठना पड़ सकता है। वहीं मध्यम तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह दूसरे मैच से भी बाहर हैं।
गेंदबाजी कोच भरत अरूण ने दूसरे मैच से पूर्व कहा कि भारतीय टीम के लिये गेंदबाजी विकल्प चुनना आसान नहीं है लेकिन फैसला परिस्थितियों और रणनीति के हिसाब से होगा। स्पिनरों में अश्विन सात विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज़ रहे थे जबकि इशांत ने छह और शमी ने तीन विकेट निकाले। उमेश को भी तीन विकेट मिले।
अरूण ने साथ ही कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को अधिक रन बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा,“यदि आप एजबस्टन का स्कोर देखें तो केवल विराट ही रन बना सके। हमें इन स्थितियों के अनुकूल खुद को ढालकर खेलना होगा।”
विराट ने मैच में 149 और 51 रन की बड़ी पारियां खेलीं लेकिन बाकी भारतीय बल्लेबाजाें ने खासकर ओपनिंग क्रम ने निराश किया। इंग्लैंड के लिये भी हालांकि स्थिति बल्लेबाजी के लिहाज से बहुत अच्छी नहीं थी और जो रूट, जॉनी बेयरस्टो तथा सैम करेन ने अर्धशतक बनाये।
इंग्लैंड के लिये सैम करेन ने निचले क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी के साथ कमाल की गेंदबाजी की और पांच विकेट निकाले। वहीं स्पिनर आदिल राशिद, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुये इंग्लैंड को उसका 1000वां टेस्ट मैच जितवाया। मेजबान टीम की कोशिश रहेगी कि वह दूसरे मैच में भी जीत से 2-0 की बढ़त कायम करे और भारत पर दबाव बनाये।