लंदन । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने लार्ड्स में मिली शर्मनाक हार के बाद खिलाड़ियों को तीसरे टेस्ट से पूर्व अपनी गलतियों को स्वीकार कर उसमें सुधार के लिये चेताया है।
पांच मैचों की सीरीज़ में पहले ही पिछड़ गयी भारतीय टीम रविवार को दूसरे लार्ड्स टेस्ट के चौथे ही दिन पारी और 159 रन से इंग्लैंड के हाथों मैच हार गयी। वह अब सीरीज़ में 0-2 से पिछड़ गयी है और नाटिंघम में तीसरे टेस्ट में हार के साथ सीरीज़ गंवाने की कगार पर है।
विराट दूसरे मैच में मिली हार से काफी निराश हैं जो उनकी प्रतिक्रिया में भी दिखाई दिया। भारतीय कप्तान ने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी गलतियां स्वीकार करनी होंगी और तीसरे मैच से पूर्व उसमें तुरंत सुधार भी करना होगा। उन्होंने मैच के बाद कहा,“ लोग कह रहे हैं कि हम खराब मौसम के बीच खेल रहे थे, यदि हम इन स्थितियों के बारे में पहले सोचते तो योजना ही नहीं बना पाते। हमें अब केवल अपनी गलतियों को सुधारना होगा, इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है।”
लार्ड्स टेस्ट वर्षा से प्रभावित रहा और पहले दिन का खेल बारिश से धुल गया जबकि बाकी दिन भी मौसम का प्रभाव मैच पर रहा जिससे स्पिनरों को कोई फायदा नहीं मिला। मैच में तेज़ गेंदबाज़ों के बजाय दूसरे स्पिनर को उतारना भी विराट की गलती मानी गयी और बतौर कप्तान उन्हें खराब टीम संयोजन चुनने के लिये आलोचना का शिकार होना पड़ा है।
कप्तान ने कहा की एक खिलाड़ी के लिये जरूरी है कि यदि हम गलतियां करें तो उसमें सुधार भी कर लें। एक टीम के तौर पर हम इसमें सुधार की कोशिश करेंगे। साफ बात यह है कि हमने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला। बल्लेबाजी बहुत खराब थी। गेंदबाजी की बात करें तो हमने अच्छी शुरूआत की थी लेकिन लगातार सही दिशा में नहीं खेल सके। हम बल्ले और गेंद से काफी बेहतर कर सकते थे।
29 वर्षीय विराट ने कहा की हमने अपनी गलतियों को स्वीकार किया है, हम उनसे सीख रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि ये गलतियां दोबारा न हों। हम अब किसी और चीज़ के बारे में नहीं बल्कि सीरीज़ में फिलहाल 2-1 करने के बारे में सोच रहे हैं। हम इसके लिये काम कर रहे हैं। हमने जो आखिरी पांच टेस्ट खेले हैं उनमें यह पहला मैच है जिसमें हमें पूरी तरह से हार मिली है। इससे पहले मैचों में हमने बराबरी से लड़ा लेकिन इस बार हमें हर मोर्चे पर विफलता मिली।
टीम की गेंदबाजी पर भरोसा जताते हुये कप्तान ने माना कि भारत के पास ऐसे गेंदबाज़ हैं जो मैच में 20 विकेट निकाल सकते हैं। उन्होंने कहा की हम जानते हैं कि हमारे पास ऐसा गेंदबाजी संयोजन है जो 20 विकेट निकाल सकता है और बतौर बल्लेबाज़ हमें इसे एक मौके की तरह देखना चाहिये कि हम रन बनायें और मैच जीतने में भूमिका अदा करें। दुख की बात यह है कि हम मैच में अपनी इन दोनों प्रतिभाओं का फायदा नहीं उठा सके।
भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों ने दूसरे मैच में सबसे अधिक निराश किया और पहली पारी में पूरी टीम 107 रन और दूसरी पारी में 130 पर ऑल आउट हो गयी। दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में शुमार विराट ने अपनी टीम के बल्लेबाज़ों को इंग्लिश परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालने की नसीहत दी।
विराट ने कहा की जब आप मुश्किल परिस्थितियों में खेलने जाते हैं तो आपको उसके हिसाब से खेलना आना चाहिये जिसमें संभवत: हम बतौर बल्लेबाज़ विफल रहे हैं। इसमें मैं खुद को भी शामिल करता हूं। हम मैच में अच्छी साझेदारी नहीं कर सके जो किसी बल्लेबाजी का अहम नियम होता है।
भारतीय कप्तान ने दोनों पारियों में कुल 40 रन ही बनाये हैं जबकि पिछले टेस्ट में उन्होंने दोनों पारियों में कुल 200 रन बनाये थे। वह पिछले मैच में भारत के अकेले शीर्ष स्कोरर थे। उन्होंने कहा की हार्दिक पांड्या और रविचंद्रन अश्विन के बीच मात्र एक 50 रन की साझेदारी हो सकी। हमें इस पर काम करना होगा क्योंकि हमें टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने के लिये बड़ी साझेदारियों की जरूरत है।
मेहमान टीम के बल्ले से खराब प्रदर्शन के अलावा विराट की फिटनेस भी चिंता का सबब बनी हुई है जिन्होंने इंग्लैंड की पारी के दौरान काफी समय मैदान के बाहर बिताया और अपनी बल्लेबाजी के दौरान उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। हालांकि विराट ने भरोसा जताया है कि वह ट्रेंट ब्रिज में अपनी टीम की अगुवाई करने उतरेंगे।
उन्होंने कहा की मेरे लिये दो दिन अच्छे नहीं रहे। दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ के आखिरी चरण में भी मेरे साथ ऐसा हुआ था और मैंने एक ट्वंटी 20 मैच नहीं खेला। लेकिन अच्छी बात है कि तीसरे टेस्ट से पूर्व मेरे पास आराम के पांच दिन शेष हैं।
पिछले कुछ समय से विराट फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं और अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट और इस दौरे से पूर्व कांउटी क्रिकेट भी नहीं खेल सके थे। हालांकि वह यो-यो टेस्ट पास करने के बाद इंग्लैंड दौरे पर आये हैं।
स्टार बल्लेबाज़ ने कहा की मुझे यकीन है कि रिहैब से मैं अगले कुछ दिनों में फिट हो जाऊंगा। मैं बहुत आक्रामकता से मैदान पर नहीं उतर सका लेकिन अगले मैच में बल्ले से 100 फीसदी खेलने का प्रयास करूंगा।