लखनऊ । जोश से लबरेज यूथ ब्रिगेड के दम पर वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टवेंटी-20 श्रृखंला फतेह करने के इरादे से रोहित सेना बुधवार को जब मैदान में उतरेगी तो उसके साथ नये नवेले इकाना स्टेडियम को भी कड़े इम्तिहान से गुजरना होगा।
दीपावली की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के इस मैदान पर खेले जाने वाले दूसरे टी 20 मुकाबले में खेल प्रेमियों को गुलाबी ठंड के बीच चौके छक्कों की आतिशबाजी का बेसब्री से इंतजार होगा हालांकि पिच का व्यवहार और ओस उनकी इस तमन्ना पर खासा असर डालेगी। काली मिट्टी से निर्मित छह नम्बर की पिच पर खेले जाने वाले इस मैच मे गेंद के धीमी गति से आने के कयास लगाये जा रहे है जिससे लगता है कि कोलकाता की तरह यह मैच भी लो स्कोरिंग हो सकता है।
नियमित कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी की नामौजूदगी से युवा खिलाडियों को मिले अवसर से टीम में प्रतिस्पर्धा का असर साफ देखा जा सकता है। कोलकाता में पदार्पण मैच खेलने वाले खलील अहमद ने 16 रन पर एक विकेट और हरफनमौला क्रुणाल पांड्या ने एक विकेट चटकाने के बाद मात्र 9 गेंदों में नाबाद 21 रन ठोककर अपनी उपयोगिता सिद्ध की थी।
पहले मैच में जीत से दूर करने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के एक्शन को कैरिबायाई बल्लेबाज और टीम प्रबंधन खासा विश्लेषण कर चुके होंगे। अंतिम एकादश में लगभग अपनी जगह पक्की कर चुके कुलदीप के सामने प्रदर्शन को बरकरार रखने के साथ ही घरेलू दर्शकों की उम्मीदो का दवाब भी होगा वहीं धोनी की जगह टीम में विकेट कीपिंग का जिम्मा उठा रहे ऋषभ पंत कोलकाता में की गयी भूल को सुधार कर टीम में अपने चयन को सही सिद्ध करने की पुरजोर कोशिश करेंगे।
पहले मैच में सस्ते में अपना विकेट गंवाने वाले कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर वही गलती दोहराने की भूल नही करेंगे। रोहित को अच्छी तरह पता है कि उनका निरंतर उम्दा प्रदर्शन इंडीज के लिये मुसीबत अौर अपनी टीम के लिये विजय का रास्ता आसान कर सकता है।
एक दिवसीय श्रखंला में नाकाम रहे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का आगाज टी 20 श्रखंला में भी फीका रहा है। कल के मैच में अगर उन्हे मौका मिलता है तो वह अपने नैसर्गिक खेल का प्रदर्शन करना चाहेंगे ताकि खोई फार्म वापस पायी जा सके वहीं टीम की बेंच स्ट्रैंथ में श्रेयस अय्यर और वाशिंगटन सुंदर टीम में जगह पाने के लिये बेकरार होंगे। मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के फिट होने के बाद टीम में उमेश यादव को प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड सकता है। घरेलू मैदान पर कुमार अब तक ज्यादा असरदार रहे है।
टेस्ट सीरीज 0-2 और वनडे सीरीज 1-3 से गंवा चुकी विंडीज ट्वंटी-20 सीरीज को बचाने के लिये हर मुमकिन कोशिश करेगी। टीम के सभी सदस्यों की पता हाेगा कि लखनऊ में मिली हार से वह इस श्रखंला को भी गंवा देगी। पिछले मैच में अनुभवी डेरेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड समेत टीम के स्थापित बल्लेबाजों के सस्ते में आउट होने का खामियाजा हार के तौर पर उठाना पडा था। हालांकि थॉमस और ब्रैथवेट ने दो दो विकेट चटका कर मेजबान टीम को संघर्ष के लिये मजबूर कर दिया था।
कैरिबीयाई टीम को इस समय हरफनमौला आंद्रे रसेल की कमी खल रही है। छोटे फार्मेट में गेंद और बल्ले से विपक्षी टीम को दवाब में लाने की कला के विशेषज्ञ रासेल घुटने की चोट के चलते नहीं खेल रहे हैं। भारत दौरे मेइंडीज की दोनो टीमों के बीच खेले गये नौ टवंटी-20 मैचों में भारत काे पांच मे हार का सामना करना पडा है। तीन मैच भारत के खाते में गये है जबकि एक में कोई परिणाम नहीं निकला है।