
अहमदाबाद। दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (186) अपने दोहरे शतक से चूक गये मगर अक्षर पटेल (79) के साथ उनकी विशाल साझेदारी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट की पहली पारी में रविवार को 91 रन की बढ़त दिला दी।
कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 40 महीने बाद सैकड़ा जड़ते हुए 364 गेंद पर 15 चौकों के साथ 186 रन बनाये। कोहली ने अपना पिछला टेस्ट शतक 22 नवंबर 2019 को बंगलादेश के खिलाफ कोलकाता में जमाया था। अक्षर ने कोहली का साथ देते हुए 113 गेंद पर पांच चौकों और चार छक्कों के साथ 79 रन बनाए, जबकि दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 162 रन की बहुमूल्य साझेदारी हुई।
जब अक्षर सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे तो भारत 87 रन से पिछड़ा हुआ था, लेकिन कोहली के साथ उनकी साझेदारी ने टीम को बढ़त की स्थिति में पहुंचा दिया। अक्षर के आउट होने के बाद हालांकि भारत के अंतिम तीन विकेट सिर्फ 16 रन के अंदर गिर गये और पूरी टीम 571 रन पर ऑलआउट हो गयी।
ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बिना विकेट गंवाये तीन रन बना लिए हैं। ट्राविस हेड तीन रन बनाकर जबकि मैथ्यू कुह्नेमन शून्य रन के स्कोर पर नाबाद हैं।
भारत के लिए 289/3 से दिन की शुरुआत करने उतरे विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने पहले आधे घंटे में कुछ अच्छे शॉट खेलकर तेजी से रन बटोरे, हालांकि जडेजा का विकेट गिरने के बाद कोहली को पारी की रफ्तार धीमी करनी पड़ी। जडेजा ने टॉड मर्फी की गेंद पर आउट होने से पहले 84 गेंद पर दो चौकों और एक छक्के के साथ 28 रन बनाए।
जडेजा के आउट होने के बाद कोहली को श्रीकर भरत का साथ मिला, हालांकि ऑस्ट्रेलिया की कसी हुई गेंदबाजी के कारण लंच तक भारत 362 रन तक ही पहुंच सका। मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के चोटग्रस्त होने की वजह से कोहली और भरत पर लंबी साझेदारी करने की जिम्मेदारी थी। दोनों बल्लेबाजों ने संयम के साथ खेलते हुए पांचवें विकेट के लिए 84 रन जोड़े।
भरत ने 88 गेंद की अपनी पारी में रक्षात्मक और आक्रामक शॉट्स का अच्छा मिश्रण करते हुए 44 रन बनाये। उन्होंने अपनी पारी में दो चौके और तीन छक्के जड़े, हालांकि नेथन लायन (151/3) ने उन्हें पीटर हैंड्सकॉम्ब के हाथों कैच आउट करवाकर पहले टेस्ट अर्द्धशतक से वंछित कर दिया। पारी में कुल 65 ओवर डालने वाले लायन इसी के साथ भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले विदेशी गेंदबाज बन गए।
भरत का विकेट गिरने के फौरन बाद कोहली ने पारी की 241वीं गेंद पर एक रन लेकर अपना 75वां अंतरराष्ट्रीय और 28वां टेस्ट शतक पूरा किया। सैकड़े के पार पहुंचते ही कोहली ने मिचेल स्टार्क के ओवर में दो चौके जड़कर हाथ खोले। अक्षर ने भी दो गेंद बाद स्टार्क को चौका जड़कर पारी की रफ्तार बढ़ाई।
वामहस्त हरफनमौला अक्षर ने चाय के बाद 162वें ओवर में चौका जड़कर ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को समाप्त किया। भारत को चौथे दिन का खेल खत्म होने से पहले विशाल बढ़त हासिल करने की उम्मीद थी। कोहली ने बढ़त मिलते ही कैमरन ग्रीन को लगातार दो चौके जड़कर अपने 150 रन पूरे किए। अक्षर ने भी 95 गेंद पर अपना अर्द्धशतक पूरा करते ही पारी की रफ्तार बदली और मैथ्यू कुह्नेमन को तीन शानदार छक्के जड़े।
स्पिनरों को आसानी से खेलते हुए भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने के लिये कप्तान स्टीव स्मिथ ने मिचेल स्टार्क को गेंद सौंपी। स्टार्क ने अपने कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए अक्षर को बोल्ड करके पवेलियन भेज दिया। अक्षर के आउट होने के बाद भारत के अंतिम तीन विकेट सिर्फ 16 रन बटोर सके।
रविचंद्रन अश्विन लायन की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में कुह्नेमन को कैच दे बैठे, जबकि उमेश यादव दो रन भागने की कोशिश में रनआउट हो गए। दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे मोहम्मद शमी भारत के आखिरी बल्लेबाज थे। ऐसे में कोहली रनगति बढ़ाने की कोशिश में अपने दोहरे शतक से सिर्फ 16 रन दूर रहकर आउट हो गये।
उस्मान ख्वाजा के चोटग्रस्त होने के कारण ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत करने के लिये हेड के साथ कुह्नेमन उतरे। कुह्नेमन को स्टंप्स से एक ओवर पहले जीवनदान भी मिला जब अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर भरत उनका कैच नहीं पकड़ सके। कुह्नेमन ने इसके बाद दो गेंदें और खेलीं, हालांकि वह दोनों गेंदों को सफलतापूर्वक डिफेंड करके नाबाद पवेलियन लौटे।