कटक। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट टीम रविवार को यहां कटक में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ वनडे सीरीज़ के निर्णायक मुकाबले में गलतियों को सुधार सीरीज़ कब्ज़ाने उतरेगी।
भारत ने चेन्नई में पहला वनडे आठ विकेट से गंवाने के बाद दूसरे वनडे को विशाखापत्तनम में 107 रन से जीता था और सीरीज़ में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली। भारतीय टीम को मौजूदा दौरे में विपक्षी वेस्टइंडीज़ से काफी चुनौतियां झेलनी पड़ी हैं और ट्वंटी 20 सीरीज़ में भी उसे इसी तरह की निर्णायक स्थिति का सामना करना पड़ा था जिसमें वह 2-1 से सीरीज़ जीतने में कामयाब रही थी।
विराट एंड कंपनी के लिये कटक में इसी तरह एक बार फिर निर्णायक मुकाबले में पूरा जोर लगाना होगा जिसमें टीम के सही संयोजन, बल्लेबाजों के प्रदर्शन में निरंतरता, किफायती गेंदबाजी के अलावा अच्छी फील्डिंग पर उसे ध्यान देना होगा। मौजूदा सीरीज़ में टीम इंडिया के फील्डरों का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है और कैच टपकाना उसकी बड़ी समस्या रही है जिससे खुद कप्तान विराट भी परेशान हैं।
सलामी बल्लेबाज़ लोकेश राहुल पिछले कुछ मैचों में निराश करने के बाद पिछले मैच में शतकधारी बने थे, चोटिल शिखर धवन की जगह ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे राहुल और उपकप्तान रोहित शर्मा से एक बार फिर मजबूत साझेदारी के साथ मजबूत शुरूआत दिलाने की अपेक्षा हेागी। दोनों ओपनरों ने दूसरे वनडे में 227 रन की ओपनिंग साझेदारी की थी जिसमें राहुल ने 102 रन और रोहित ने 159 रन की गज़ब की शतकीय पारियां खेली थीं।
भारतीय टीम के पहले मैच में ओपनिंग क्रम के संघर्ष के बाद उनकी फार्म में वापसी कप्तान विराट के लिये निश्चित ही सुखद है, जो पिछले मैच में शून्य पर आउट हो गये थे और फाइनल मुकाबले में वापसी करना चाहेंगे। टीम के बल्लेबाजी क्रम में तीनों शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ों के अलावा उसके सबसे चर्चा में रहने वाले चौथे क्रम पर भी फिलहाल युवा बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन संतोषजनक है।
कई सीनियर बल्लेबाज़ों और पूर्व कोच अनिल कुंबले ने भी श्रेयस को चौथे क्रम के लिये उपयोगी बताया है। श्रेयस ने पिछले मैच में 53 रन की अहम पारी खेली थी जबकि चेन्नई वनडे में 70 रन की बड़ी पारी खेलकर सफल बल्लेबाज़ रहे थे। ऐसे में चौथे नंबर पर फिलहाल श्रेयस की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है।
मध्यक्रम में काफी समय से आलोचनाओं में घिरे विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत ने भी पहले मैच में 71 रन की बड़ी पारी खेली थी जबकि दूसरे मैच में मात्र 16 गेंदों में उन्होंने चार छक्के और तीन चौके उड़ाते हुये 39 रन की धुआंधार पारी खेली थी। पंत पर सीमित ओवर प्रारूप में अगले विश्वकप से खुद को साबित कर टीम में अपना स्थान पक्का करने का भी काफी दबाव है, ऐसे में ओडिशा में एक बार फिर उनसे इसी तरह के आक्रामक प्रदर्शन की अपेक्षा बनी हुई है।
गेंदबाजी क्रम में हालांकि भारत को फाइनल मैच में दीपक चाहर की कमी खलेगी जो पीठ में दर्द की शिकायत के बाद इस मैच से बाहर हो गये हैं और उनकी जगह नवदीप सैनी को मौका दिया गया है, जिन्हें कटक में भारतीय टीम के लिये पदार्पण का मौका दिया जा सकता है।
चाहर हालांकि पिछले मैच में 7 ओवर में 44 रन देकर काफी महंगे साबित हुये थे। लेकिन टीम के पास मोहम्मद शमी के रूप में अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ हैं जिन्होंने सबसे किफायती गेंदबाजी करते हुये 39 रन देकर तीन विकेट निकाले थे।स्पिनरों में टीम के चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव, लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा मुख्य हैं। हालांकि मध्यम तेज़ गेंदबाज़ शार्दुल ठाकुर भी महंगे रहे थे जिन्होंने 55 रन लुटाकर एक विकेट निकाला था।
भारतीय गेंदबाजों को किफायती गेंदबाजी पर ध्यान देना होगा क्योंकि विपक्षी वेस्टइंडीज़ के पास विध्वंसक बल्लेबाज़ हैं। ओपनिंग में शाई होप, एविन लुईस, चेन्नई के शतकधारी शिमरोन हेत्माएर, दूसरे मैच में मध्यक्रम में 75 रन की पारी खेलने वाले निरोशन पूरन, कप्तान कीरोन पोलार्ड उसके बढ़िया बल्लेबाज़ हैं जो किसी भी समय मैच का पासा पलट सकते हैं।
सीरीज़ के पिछले दो मैचों में भारत और वेस्टइंडीज़ दोनों ने ही काफी शानदार प्रदर्शन दिखाया है और मेहमान टीम की कोशिश होगी कि वह टी-20 सीरीज़ गंवाने के बाद वनडे सीरीज़ के निर्णायक मुकाबले में पिछली गलतियों को न दोहराये। अच्छे बल्लेबाजों के अलावा टीम के पास कीमो पॉल, शेल्डन कोट्रेल, जेसन होल्डर और अल्जारी जोसफ के रूप में बेहतरीन गेंदबाज़ मौजूद हैं। ऐसे में दोनों ही टीमों को खिताब हासिल करने के लिये गेंद और बल्ले से बराबरी का खेल दिखाना होगा।