स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय टीम टी20 घरेलू सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलने जा रही है। तीन मैचों की सीरीज का पहला टी20 मुकाबला राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम हैदराबाद में खेला जायेगा। इसके लिए दोनों टीमें तैयार है। लेकिन इस सीरीज में फील्ड अंपायर से एक हक छीन लिया गया है। जी हाँ, टी-20 और वनडे सीरीज में फ्रंट फुट नो बॉल का निर्णय मैदानी अंपायर की बजाय थर्ड अंपायर करेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को यह घोषणा की है।
बता दें, इस नियम को ट्रायल के तौर पर लागू किया जा रहा है। अगर यह सफल रहा तो इस नियम को इंटरनेशनल स्तर पर लागू कर दिया जायेगा। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, ‘पूरे ट्रायल के दौरान, थर्ड अंपायर गेंदबाज की हर गेंद की निगरानी करने और यह पहचानने के लिए जिम्मेदार होगा कि क्या कोई फ्रंट फुट उल्लंघन हुआ है।’
आईसीसी के अनुसार, ‘अगर सामने के पैर में कोई उल्लंघन हुआ है, तो थर्ड अंपायर ऑन-फील्ड अंपायर से बातचीत करेगा, जिसे बाद में नो बॉल करार कर दिया जाएगा।’ लेकिन इस नियम में कहा जा रहा है कि निश्चित समय से ज्यादा समय लगेगा।