ब्यूनस आयर्स। हरमनप्रीत सिंह, ललित उपाध्याय और मंदीप सिंह के शानदार गोलों की बदौलत भारतीय हॉकी टीम ने यहां एफआईएच प्रो लीग के सोमवार को दूसरे मुकाबले में ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 3-0 से करारी शिकस्त देकर लगातार दूसरी जीत हासिल की।
भारत ने पहले मैच में अर्जेंटीना को शूट आउट में 4-3 से हराया था और पहली जीत में बोनस अंक भी हासिल किया था। भारत अब इस जीत के बाद एफआईएच प्रो लीग की तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय टीम यहां अब 13 और 14 अप्रैल को अर्जेंटीना के खिलाफ दो और अभ्यास मैच खेलेगी और इसके बाद आठ और नौ मई को लंदन में ब्रिटेन के खिलाफ फिर से एफआईएच प्रो लीग के मुकाबले खेलेगी। भारत ने पहले अभ्यास मैच में अर्जेंटीना को 4-3 से हराया था जबकि दोनों टीमों के बीच दूसरा अभ्यास मैच 4-4 से बराबरी पर छूटा था।
अर्जेंटीना ने भारतीय डिफेंस पर अटैक करते हुए पहले क्वार्टर की शानदार शुरुआत की , लेकिन इस दौरान अपना 50वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने तीन शानदार बचावों से मेजबान टीम को कोई बढ़त लेने से रोक दिया। बहादुर ने खासतौर पर अर्जेंटीना के फाॅरवर्ड मैकियो कैसेला और मार्टिन फेरेरियो के नजदीक से गोल के प्रयासों को रोका। भारत ने धीरे-धीरे मैच में अपने पांव जमाने शुरू किए, जब राजकुमार पाल ने अर्जेंटीना के अनुभवी गोलकीपर जुआन मैनुअल विवाल्डी को आजमाया। इस बीच हरमनप्रीत ने 11वें मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दाग कर भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई। पिछले दो दिनों में हरमनप्रीत का यह तीसरा गोल था।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय डिफेंस थोड़ा परेशान दिखाई, जब अर्जेंटीना के जवाबी हमलों ने उसे पीछे धकेलना शुरू किया। इस दौरान ज्यादातर समय गेंद अर्जेंटीना के पास रही और उसने भारत के 19 बार के मुकाबले 21 से भी अधिक बार सर्कल को भेदा और कुछ सार्थक मौके बनाए, लेकिन भारत ने पहले हाफ के खत्म होने के पांच मिनट पहले एक शानदार गोल के साथ अपनी बढ़त दोगुनी कर ली। अर्जेंटीना के गोलकीपर विवाल्डी ने गुरजंत सिंह के शॉट को तो रोक लिया, लेकिन अर्जेंटीना के डिफेंस सर्कल के अंदर सूझबूझ के साथ खेल रहे ललित को 25वें मिनट में गोल करने से नहीं रोक पाए, जिससे भारत को 2-0 की बढ़त मिल गई।
तीसरे क्वार्टर में भारत ने और तेजी और मुस्तैदी के साथ दबाव बनाया और अर्जेंटीना को गलतियां करने पर मजबूर किया। इसके बाद भारतीय टीम लगातार अर्जेंटीना के डिफेंस पर हावी रही। फुल टाइम होने से दो मिनट पहले भारत ने तीसरा गोल दाग कर 3-0 की बढ़त ले ली। अपना संतुलन खोने के बावजूद मंदीप ने मैच के 58वें मिनट में गेंद को नेट में भेज कर भारत को यह बढ़त दिलाई, हालांकि इसके बाद उनकी जगह शमेशर सिंह मैदान पर उतरे। पूरे मुकाबले में जहां भारतीय गोलकीपर पाठक ने एक भी गोल नहीं होने दिया, वहीं राजकुमार, शमशेर और हार्दिक सिंह ने भी उत्कृष्ट योगदान दिया।