नयी दिल्ली । भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब गलियारे की औपचारिकताओं को अंतिम रूप देने के लिए दोनों देशों के बीच 14 मार्च को बैठक होगी।
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर आतंकवादी हमले और इसकेे जबाव में भारतीय वायु सेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर की गयी कार्रवाई के बाद उपजे तनाव के पश्चात दोनों देशों के बीच यह पहली वार्ता होगी।
पाकिस्तान ने मंगलवार शाम को ही यह घोषणा कर दी थी दोनों देश करतारपुर गलियारे पर बातचीत करेंगे। यहां विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को बताया गया कि करतारपुर गलियारे से संबंधित औपचारिकताआें को अंतिम रूप देने के लिए 14 मार्च को पाकिस्तान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। यह बैठक अटारी-बाघा बोर्डर पर भारतीय क्षेत्र मेें होगी।
सरकार ने सिखों के प्रथम गुरू नानक देव की 550वी जयंती के अवसर पर करतारपुर गलियारे को खोलने का फैसला किया है। सिख समुदाय की पाकिस्तान स्थित गुरूद्वारा करतारपुर साहिब तीर्थस्थल को खाेलने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी जिससे कि श्रद्धालु सुगमता से वहां जा सकें। दोनाें देशों के बीच इस गलियारे के लिए कुछ माह पूर्व सहमति बनी थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस बैठक के साथ-साथ भारत ने तकनीकी स्तर पर विचार-विमर्श का प्रस्ताव भी किया है ताकि दोनों ओर से गलियारे का तालमेल बिठाया जा सके।