नई दिल्ली। सरकार ने अमरीका, कनाड़ा और ब्रिटेन से कुछ चरमपंथी विदेशी सिख नागरिकों द्वारा चलाए जा रहे अलगाववादी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ को प्रतिबंधित संगठन घोषित किया है।
इस संगठन पर गैर कानूनी गतिविधि (निवारण)अधिनियम 1967 की धारा 3 (1) के तहत पांच वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आज यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने इस बारे में सिख समुदाय की सभी प्रमुख संस्थाओं और संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया था और इन सभी ने इस निर्णय का समर्थन किया है।
अधिकारी ने कहा कि यह कदम विदेशी सरजमीं से चलाए जा रहे संगठनों को कड़ी चेतावनी है कि किसी भी तरह की अलगाववादी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेन्सी ने सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के पंजाब में विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त कई माड्यूल का पर्दाफाश कर उनके खिलाफ कार्रवाई की है। अब तक कुल 11 आपराधिक मामलों में कार्रवाई की गई है और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस संगठन के सोशल मीडिया पर दो लाख से अधिक फालोवर हैं। सरकार ने संगठन से जुड़े 100 से अधिक टि्वटर अकाउंट और फेसबुक अकाउंट को बंद कराया है।
उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच में पता चला है कि विदेशों में बैठे इस संगठन के आका गुरपतवंत सिंह पन्नून, हरमीत सिंह, परमजीत सिंह पम्मा आदि इन गतिविधियों के लिए लोगों से संपर्क करते थे और गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराते थे। अब इस संगठन की अन्य शाखाओं का पता लगाकर उन्हें प्रतिबंधित करने का कदम उठाया जा रहा है।
वर्ष 2007 में न्यूयार्क अवतार सिंह पन्नून (अध्यक्ष) और गुरपतवंत सिंह पन्ननू (विधि सलाहकार) ने यह संगठन शुरू किया था। इस संगठन के भारत में सिख समुदाय में समर्थक नहीं हैं।
यह संगठन कनाड़ा और ब्रिटेन में कुछ विदेशी सिख नागरिकों के साथ मिलकर सिख समुदाय के हित के नाम पर सोशल मीडिया पर खालिस्तान समर्थन अभियान चला रहे हैं। वहीं से ये लोग पंजाब में उग्रवादी गतिविधियों को भड़काने का भी काम कर रहे हैं। संगठन इसके लिए ‘सिख जनमत संग्रह 2020’ अभियान चला रहा है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इंग्लैंड में विश्व कप में मैच के दौरान भी एक व्यक्ति टी शर्ट पहने पकड़ा गया था जो एसएफजे से जुड़ा था।
अधिकारी ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर चल रही है। इस दिशा में वह गुरू नानक देव की 550वीं जयंती मना रही है और करतारपुर साहिब गलियारे पर तेजी से काम कर रही है जिसके आगामी अक्टूबर तक पूरा होने की संभावना है।