कटक। कप्तान विराट कोहली (85), ओपनर लोकेश राहुल (77) और उपकप्तान रोहित शर्मा (63) के शानदार अर्धशतकों तथा निचले क्रम में रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर के उपयोगी योगदान से भारत ने वेस्ट इंडीज को बड़े स्कोर वाले तीसरे और अंतिम वनडे में रविवार को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली।
मुकाबला काफी कड़ा था लेकिन जडेजा ने नाबाद 39 और ठाकुर ने नाबाद 17 रन बनाकर जीत भारत की झोली में डाल दी। वेस्ट इंडीज ने निकोलस पूरन (89) और कप्तान कीरोन पोलार्ड (नाबाद 74) की विस्फोटक अर्धशतकीय पारियों और उनके बीच पांचवें विकेट के लिए 135 रन की जबरदस्त साझेदारी की बदौलत 50 ओवर में पांच विकेट पर 315 रन का मजबूत स्कोर बनाया जबकि भारत ने 48.4 ओवर में छह विकेट पर 316 रन बनाकर जीत और सीरीज अपने नाम कर ली।
भारत ने इस जीत के साथ इस साल रविवार को मैच हारने का गतिरोध भी तोड़ डाला। मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने शानदार शुरुआत की। भारतीय ओपनरों लोकेश राहुल और रोहित शर्मा ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए अर्धशतक बनाए और ओपनिंग साझेदारी में 122 रन जोड़े।
राहुल और रोहित ने दूसरे वनडे में भारत की जीत में शतक बनाये थे। राहुल ने अपना 12वां अर्धशतक बनाया जबकि रोहित ने 43वां अर्धशतक बनाया। विराट ने 55वां अर्धशतक बनाया। विराट ने 81 गेंदों पर 85 रन की अपनी पारी में नौ चौके लगाए।
राहुल और रोहित के बीच 122 रन की साझेदारी 21.2 ओवर में हुई। रोहित 63 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 63 रन बनाकर जैसन होल्डर का शिकार बने। राहुल का विकेट 167 के स्कोर पर गिरा। राहुल 89 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 77 रन बनाकर अलजारी जोसफ की गेंद पर आउट हुए।
तेज गेंदबाज कीमो पॉल ने श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को जल्दी-जल्दी आउट कर भारतीय टीम को परेशानी में डाल दिया। पिछले मैच में तूफानी बल्लेबाजी करने वाले अय्यर और पंत इस बार 7-7 रन बनाकर आउट हो गए। शेल्डन कॉट्रेल ने केदार जाधव 9 को बोल्ड कर भारत का संकट बढ़ा दिया।
इन तीनों बल्लेबाजों ने दूसरे छोर पर कप्तान विराट कोहली के मौजूद होने के बावजूद विकेट पर टिकने की जिम्मेदारी नहीं दिखाई। भारत की तमाम उम्मीदें विराट पर टिकी हुई थीं और उन्हें दूसरे छोर पर रवींद्र जडेजा का अच्छा साथ मिला। मैच लगातार रोमांचक होता जा रहा था। 45 ओवर में भारत का स्कोर 278 रन पहुंच चुका था और आखिरी 30 गेंदों उसे 38 रन चाहिए थे।
आखिरी चार ओवर में यह आंकड़ा 30 रन रह गया। लेकिन 47वें ओवर की पहली गेंद पर भारत को सबसे बड़ा झटका लग गया जब कीमो पॉल ने विराट का बेशकीमती विकेट ले लिया। विराट के बोल्ड होते ही पूरे बाराबती स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। विराट का यह 55वां अर्धशतक था और उन्होंने 81 गेंदों पर 85 रन की अपनी पारी में नौ चौके लगाए। विराट और जडेजा ने छठे विकेट के लिए 58 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
नए बल्लेबाज शार्दुल ठाकुर ने आने के साथ ही पॉल पर चौका लगाया। 47वां ओवर समाप्त होने के बाद भारत के लिए 18 गेंदों पर 22 रन का आंकड़ा रह गया। ठाकुर ने अगले ओवर में शेल्डन कॉट्रेल पर जोरदार छक्का मारा और इसके साथ ही भारत के 300 रन भी पूरे हो गए। ठाकुर ने अगली गेंद पर चौका मारकर भारत को जीत के नजदीक ला दिया। अब भारत को 12 गेंदों पर सात रन चाहिए थे और बाराबती स्टेडियम में जश्न मनना शुरू हो गया था।
भारत ने 49वें ओवर की चौथी गेंद के नोबाल पड़ते ही जीत हासिल कर ली। जडेजा ने 31 गेंदों पर नाबाद 39 रन में चार चौके लगाए जबकि ठाकुर ने मात्र छह गेंदों पर 17 रन में दो चौके और एक छक्का लगाया। विंडीज की तरफ से पॉल ने 59 रन पर तीन विकेट लिए। भारत ने 17वीं बार 300 से अधिक के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा कर लिया और विंडीज के खिलाफ लगातार 10वीं द्विपक्षीय सीरीज जीत ली।
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करते हुए मेहमान टीम के चार विकेट 32वें ओवर तक 144 रन पर गिरा दिए थे लेकिन इसके बाद पूरन और पोलार्ड की शतकीय साझेदारी ने विंडीज की पारी का रुख ही बदल दिया। पूरन ने 64 गेंदों पर 10 चौकों और तीन छक्कों की मदद से शानदार 89 रन बनाये जबकि पोलार्ड ने कप्तानी पारी खेलते हुए मात्र 51 गेंदों पर तीन चौके और सात छक्के उड़ाकर नाबाद 74 रन बनाए।
विंडीज ने आखिरी दो ओवरों में 32 रन बटोरे। पोलार्ड ने 49वें ओवर में तेज गेंदबाज नवदीप सैनी की गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया जबकि अंतिम ओवर में पोलार्ड ने मोहम्मद शमी पर दो छक्के जड़े। अंतिम 10 ओवरों में विंडीज ने कुल 118 रन बटोरे।
विंडीज के शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाजों ने रन बटोरे। एविन लुइस ने 21, शाई होप ने 42, रोस्टन चेज ने 38, शिमरॉन हेत्माएर ने 37, पूरन ने 89 और पोलार्ड ने नाबाद 74 रन बनाये। लुइस ने 50 गेंदों में तीन चौके, होप ने 50 गेंदों में पांच चौके, चेज ने 48 गेंदों में तीन चौके और हेत्माएर ने 33 गेंदों में दो चौके और दो छक्के लगाए। विंडीज की पारी में कुल 23 चौके और 12 छक्के लगे।
लुइस और होप ने पहले विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी की। होप ने अपनी पारी के दौरान वनडे में 3000 रन पूरे कर लिए और वेस्ट इंडीज की तरफ से वह सबसे तेज 3000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन गए। चेज और हेत्माएर ने तीसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की।
पूरन और पोलार्ड ने पांचवें विकेट के लिए 135 रन जोड़कर विंडीज को मजबूत स्कोर की तरफ अग्रसर कर दिया। पोलार्ड ने जैसन होल्डर के साथ छठे विकेट के लिए मात्र 13 गेंदों में अविजित 36 रन जोड़कर विंडीज को 315 के स्कोर तक पहुंचा दिया। होल्डर सात रन पर नाबाद रहे।
भारत की तरफ से अपना पदार्पण वनडे खेल रहे नवदीप सैनी ने 10 ओवर में 58 रन देकर दो विकेट लिए जबकि शार्दुल ठाकुर को 66 रन पर एक विकेट, मोहम्मद शमी को 66 रन पर एक विकेट और रवींद्र जडेजा को 54 रन पर एक विकेट मिला।
पिछले मैच में हैट्रिक लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव इस बार 67 रन देकर एक विकेट भी नहीं ले पाए। कुलदीप को अपने 100 वनडे विकेट पूरे करने के लिए एक विकेट की जरूरत थी लेकिन इस मैच में खाली हाथ रहने के बाद उन्हें अगली सीरीज का इन्तजार करना पड़ेगा।