नईं दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कोरोना से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने और इस जान लेवा वायरस के लिए टीका आने से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जताते हुए कहा है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 13.7फीसदी टीके पहुंच सकती है।
उसने कहा कि कोरोना महामारी के चलते प्रभावित हुई इकोनॉमी के पटरी पर लौटने और वायरस से निपटने के लिए प्रभावी वैक्सीन के आने से आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं।
मूडीज ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत के विकास का अपना अनुमान संशोधित किया है। उसके अनुसार अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 13.7 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इसके पहले मूडीज का अनुमान था कि 2021-22 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 10.8 फीसदी रहेगी। बाजार में लौटते भरोसे और कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने के चलते मूडीज ने अपना अनुमान संशोधित किया है।
उसने चालू वित्त वर्ष के अपने अनुमान को भी संशोधित किया है। अब भारतीय अर्थव्यवस्था में 7 फीसदी की गिरावट आने की उम्मीद जताई गई है जबकि पहले इसके 10.6फीसदी रहने की बात कही गई थी।
मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस एसोशिएट मैनेजिंग डायरेक्टर (सोवरेन रिस्क) जीन फैंग ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों के सामान्य होने और बेस इफेक्ट्स के चलते अनुमान संशोधित किए गए हैं। मूडीज और इंडेपेंडेंट क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (इकरा) द्वारा इंडिया क्रेडिट आउटलुक 2021 पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में श्री फैंग ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू होने और बाजार में बढ़ते भरोसे के चलते आर्थिक गतिविधियां सामान्य हो रही हैं।