नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत और देश का नेतृत्व निर्णायक है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत विश्व की एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता संस्थानों की मजबूती और निर्णायक नेतृत्व पर निर्भर करती है। भारत के वित्तीय संस्थानों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक काफी मजबूत हैं और उनमें पूंजी की पर्याप्त उपलब्धता है। इसके साथ ही हमारा नेतृत्व भी सशक्त और निर्णायक है। इसलिए कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों और वैश्विक उथल पुथल के बावजूद भारत को घबराने की जरूरत नहीं है।
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी की त्रासदी और वैश्विक परिस्थितियों के बाद पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को बुरे दौर से उबरने की कोशिश कर रही हैं वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसा निर्णायक नेतृत्व है जिसने हर निर्णय में देश हित को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि भारत की जरूरत के कच्चे तेल की खरीद को लेकर पश्चिमी देशों के हितों के अनुरूप नीति बनाने का दबाव था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिर्फ भारत के हित को प्राथमिकता दी। इसी प्रकार से दूसरे देशों से द्विपक्षीय कारोबार रुपए में करने को लेकर भी समझौता किया ताकि रुपए के अवमूल्यन का आयात पर दुष्प्रभाव को न्यूनतम रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि भारत में सरकारी योजनाओं का भ्रष्टाचार मुक्त क्रियान्वयन और लाभार्थियों के बैंक खातों में भुगतान, जनकल्याणकारी योजनाओं में सब्सिडी, लीकेज प्रूफ कर संग्रहण में वृद्धि के साथ साथ नीतिगत सुधारों ने अर्थव्यवस्था की चहारदिवारी मजबूत कर दी है। डिजीटल भुगतान के मामले में भारत ने अमरीका को पीछे छोड़ दिया है और अब तक 678 करोड़ ट्रांसेक्शन के साथ 11.28 लाख करोड़ रुपए का लेन देन हुआ है। ग्राम पंचायतों को हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक नीति, गतिशक्ति योजना, एमएसएमई उद्यमों को चार लाख करोड़ रुपए के पैकेज, रेल, सड़क, जलमार्ग, बंदरगाहों एवं हवाई अड्डों के विकास से इसे और बल मिला है। उन्होंने कहा कि हाल में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत के बैंकों की स्थिति अमरीका एवं यूरोप के बैंकों की तुलना में काफी मजबूत है।
उन्होंने मुद्रास्फीति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यह सच है कि महंगाई से गरीब सबसे अधिक प्रभावित होता है। सरकार ने गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाईं हैं जिनमें पीएम किसान सम्मान निधि शामिल है। कोविड महामारी के दौरान 90 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया गया। आयुष्मान भारत योजना में गरीबों को पांच लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा दी गई है।
अग्रवाल ने कहा कि देश में 1991 के पहले समाजवादी अर्थव्यवस्था थी और फिर संप्रग के शासनकाल छद्म पूंजीवाद चला। अब 2014 से आठ वर्षों में निर्णायक नेतृत्व के कारण एक के बाद एक आर्थिक सुधार हुए और कोविड की अभूतपूर्व महामारी के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी रही है। उन्होंने कहा कि इसी निर्णायक नेतृत्व के कारण भारत आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है।