नई दिल्ली। भारत ने अमरीका में ‘पे एंड स्टे’ विश्वविद्यालय वीजा घोटाले में हिरासत में लिए गए भारतीय छात्रों के मामले में कड़ा रूख अख्तियार करते हुए यहां अमरीकी दूतावास को ‘आपत्ति पत्र’ जारी किया है।
विदेश मंत्रालय के यहां जारी वक्तव्य में कहा गया है कि भारत सरकार ने उसके दूतावास के अधिकारियों को इन छात्रों से तुरंत मिलने देने की भी मांग की है। वक्तव्य में कहा गया है कि विदेश मंत्रालय ने यहां स्थित अमरीकी दूतावास को एक आपत्ति पत्र जारी किया है।
हमारी चिंता हिरासत में लिए गए छात्रों के सम्मान और उनकी कुशल क्षेम को लेकर है। उन्हें भारतीय दूतावास के अधिकारियों से मिलने की अनुमति देने की बात भी दोहराई गई है।
भारत ने यह भी कहा है कि ऐसा हो सकता है कि इन छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश के मामले में ‘धोखा’ दिया गया हो। इनके साथ उन लोगों से अलग व्यवहार किया जाना चाहिए जिन्होंने इन्हें धोखा दिया है।
भारत ने यह भी अनुरोध किया है कि उसे इन छात्रों के बारे में पूरी जानकारी दी जाए और उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाना चाहिए तथा उनकी इच्छा के बिना उन्हें वापस स्वदेश न भेजा जाये।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सरकार इन छात्रों के मुद्दे के समाधान की दिशा में कदम उठा रही है और स्थिति पर करीबी नजर रख रही है। भारत के 129 छात्रों को ‘पे एंड स्टे’ विश्वविद्यालय वीजा घोटाले के मामले में बुधवार को हिरासत में लिया गया था।
मंत्रालय ने कहा है कि अमरीका में स्थित दूतावासों और मिशनों के अधिकारी इन छात्रों से मिलने के प्रयास में अमरीका में स्थित कई बंदी केन्द्रों में गए हैं।
वक्तव्य में कहा गया है कि इन अधिकारियों को अब तक 30 भारतीय छात्रों से संपर्क करने में सफलता मिली है जबकि अन्य छात्रों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्रालय ने वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास में चौबीस घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस हेल्पलाइन के नंबरों 202-322-1190 और 202-340-2590 पर दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।