रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में फायरिंग रेंज से मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल प्रणाली का तीसरा सफल परीक्षण है, जिसे भारतीय सेना की तीसरी पीढ़ी के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की जरूरत के लिए विकसित किया जा रहा है।
आपको बता दें, पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेंड मिसाइल (MPATGM) का वजह बेहद कम है। परीक्षण के दौरान मिसाइल को एक ट्राइपॉड से फायर किया गया और इसके निशाने पर एक टैंक था। मिसाइल ने टॉप अटैक मोड में लक्ष्य को निशाना बनाया और पूरी तरह से नष्ट कर दिया। DRDO की ओर से तैयार किया गया यह स्वदेशी पोर्टेबल एंटी गाइडेड मिसाइल कई उन्नत सुविधाओं से लैस है। यह करीब ढाई किलोमीटर दूर दुश्मन को भेद सकता है। वहीं उम्मीद की जा रही है कि 2021 तक इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर निर्माण किया जाएगा।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has congratulated @DRDO_India for the successful test of Man Portable Anti-Tank Guided Missile (MPATGM) pic.twitter.com/qgDqWoOLP6
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 11, 2019
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए DRDO को बधाई दी है। आपको बता दें कि MPATGM का परीक्षण उस समय सामने आया है, जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ता जा रहा है।