सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में मिली करारी हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार को कहा कि टीम के शीर्ष तीन बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलने की जरुरत थी। ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में छह विकेट पर 374 रन बनाए जिसके जवाब में टीम इंडिया 50 ओवर में आठ विकेट पर 308 रन ही बना सकी और उसे 66 रन से हार का सामना करना पड़ा।
विराट ने मैच के बाद कहा कि हमारे पास तैयारी के लिए काफी समय था और मुझे नहीं लगता कि इस हार का हम कोई बहाना नहीं दे सकते। बहुत समय के बाद यह हमारा पहला लंबा प्रारुप का मैच था क्योंकि हमने हाल में टी-20 क्रिकेट खेला है। लेकिन हम इससे पहले बहुत वनडे क्रिकेट खेल चुके हैं। 25-26 ओवर के बाद हमारे हाव-भाव से निराशा हुई। फील्डिंग में कैच छोड़ने से दुख होता है। हमें टीम में पार्ट टाइम गेंदबाज से कुछ ओवर गेंदबाजी करानी होगी।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि हार्दिक पांड्या अभी गेंदबाजी के लिए तैयार नहीं है तो हमें इसे स्वीकार करके इस पर काम करना होगा। यह ऐसा विभाग है जिसमें हमें सुधार की जरुरत है जो किसी भी टीम के संतुलन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मार्कस स्टोयनिस और ग्लेन मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहतर किया है।
कप्तान ने कहा कि बल्लेबाजों को रोकने के लिए हमें विकेट चटकाने थे और हम ऐसा करने में नाकाम रहे। बल्लेबाजी विभाग को लेकर पारी के बाद हमने चर्चा की थी और सभी इस बात पर सहमत हुए थे कि हमें सकारात्मक रहकर बल्लेबाजी करनी है। मैदान में इसका नतीजा देखने मिला और सभी ने अपनी क्षमता के अनुरुप बेहतर करने की कोशिश की। हमें शीर्ष के तीन बल्लेबाजों से बड़ी पारी की जरुरत थी।
विराट ने कहा कि हार्दिक की पारी उस क्षमता का उदाहरण है। किसी भी पल हमने ऐसा नहीं सोचा कि हम मुकाबले में नहीं है। हम सकारात्मक क्रिकेट खेलने के लिए प्रतिबद्ध थे और हमने ऐसा किया। जब टीम बड़ा स्कोर खड़ा करती है तो आपको रणनीति बनानी होती है। फिंच के पिच पर होने के समय शायद मुझे गेंदबाजी करनी चाहिए थी क्योंकि मुझे मालूम है कि वह मेरी गेंद पर आउट नहीं होना चाहेंगे।
फिंच-स्मिथ के शतकीय प्रहारों से भारत पस्त, ऑस्ट्रेलिया 66 रन से जीता