नयी दिल्ली । भारत और आस्ट्रेलिया की टीमें पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में 2-2 की बराबरी के बाद बुधवार को जब निर्णायक मुकाबले में दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला मैदान में उतरेंगी तो टीम इंडिया के सामने कोटला रूपी अपने अभेद्य दुर्ग को बचाने की चुनौती होगी।
भारत ने सीरीज़ में पहले दो मैच जीत लिये थे लेकिन आस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी करते हुये अगले दो मैच जीतकर सीरीज़ में वापसी कर ली है। पांचवें मैच में आस्ट्रेलिया के पिछले दो मैचों के प्रदर्शन को देखते हुये मेहमान टीम का पलड़ा भारी माना जा रहा है। माेहाली में चौथे वनडे में भारतीय टीम 358 का विशाल स्कोर बनाने के बावजूद उसका बचाव नहीं कर सकी।
टीम इंडिया का कोटला मैदान में काफी शानदार रिकार्ड है। भारतीय टीम इस मैदान पर 1987 के बाद से टेस्ट मैचों में अपराजित है। भारत ने इस दौरान कोटला में पिछले 12 टेस्टों में 10 जीते हैं और दो ड्रॉ खेले हैं। इस मैदान पर भारतीय टीम ने 20 वनडे खेले हैं जिनमें से उसे 12 में जीत हासिल हुयी है। कोटला में 20 अक्टूबर 2016 को खेले गये आखिरी वनडे में भारत काे न्यूजीलैंड से छह रन से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इससे पहले भारत ने कोटला में पिछले चार वनडे लगातार जीते थे। भारत ने 17 अक्टूबर 2011 को इंग्लैंड के साथ कोटला में वनडे खेला था और इसे आठ विकेट से जीता था।
भारतीय टीम का घरेलू मैदान पर वनडे सीरीज़ रिकार्ड भी खतरे में पड़ा हुआ है। भारत ने अपनी जमीन पर 2015-16 में दक्षिण अफ्रीका से पांच मैचों की वनडे सीरीज़ 2-3 से गंवायी थी लेकिन उसके बाद भारत कोई घरेलू सीरीज़ नहीं हारा। कप्तान विराट कोहली के सामने भारतीय टीम के इस रिकार्ड को बचाने की चुनौती है।
कोटला भारतीय कप्तान विराट कोहली का घरेलू मैदान भी है। उन्होंने इस मैदान पर छह मैचों में 202 रन बनाये हैं जबकि इस मैदान पर सचिन तेंदुलकर के नाम आठ मैचों में सर्वाधिक 300 रन बनाने का रिकार्ड है।
भारत यदि कोटला में जीत हासिल कर सीरीज़ अपने नाम करता है तो यह आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी 136 मैचों में 50वीं जीत होगी। भारत ने अब तक वनडे में इंग्लैंड , न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका, वेस्टइंडीज़ और जिम्बाब्वे के खिलाफ 50 से अधिक मैच जीते हैं।