ऑकलैंड। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में मिली 22 रनों की हार के बाद नवदीप सैनी ने कहा कि अगर वह आउट नहीं हुए होते तो मैच का नतीजा कुछ और ही होता।
सैनी ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर साझेदारी की थी और भारतीय टीम को मुसीबत से काफी हद तक बाहर निकाल दिया था लेकिन रन गति तेज करने के चक्कर में वह अपना विकेट गंवा बैठे थे। उन्होंने 45 रनों का योगदान दिया था।
सैनी ने कहा कि जब मैं आउट होकर पवेलियन गया और मैंने वहां वीडिया में देखा तो मुझे अपने आउट होने का दुख हुआ। अगर मैं आउट नहीं होता तो शायद नतीजा कुछा और होता। मुझे इस बात का काफी दुख हम जीत के काफी करीब थे। मुझे लगा था विकेट सपाट है और हम अंत तक बल्लेबाजी कर सकते हैं और मैच काफी करीबी हो जाएगा। यह आसान नहीं था। टीम का शीर्ष क्रम जल्दी आउट हो गया और मध्य क्रम ने कुछ खराब शॉट खेले।
उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी में टीम के थ्रोडाउन विशेषज्ञ रघु ने मेरी मदद की और वह हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाते हैं। होटल में भी उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने अच्छी बल्लेबाजी की और मैं इससे भी अच्छा कर सकता हूं। वह हमेशा मुझे प्रेरित करते हैं और मेरी बल्लेबाजी के बारे में बात करते हैं।
सैनी ने कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करने उतरा तो हमें काफी रन चाहिए थे। हमारी योजना थी कि हम मुकाबले को करीब तक ले जाएं और फिर हमारे जीतने की उम्मीद बढ़ जाती। हम सिर्फ जीतने के लिए खेल रहे थे और हम चाहते थे कि मुकाबला करीबी हो।
उन्होंने कहा कि जब मैं जडेजा के साथ बल्लेबाजी कर रहा था तो उन्होंने मुझसे कहा कि जब भी तुम्हें बाउंड्री की गेंद मिले तो तुम उसपर बाउंड्री लगाने की कोशिश करना नहीं तो एक या दो रन लेना। जडेजा ने मुझसे कहा कि संयम रखकर बल्लेबाजी करना और हम मैच को अंत तक ले जाएंगे।