आकलैंड । भारतीय टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों से उम्मीद की जा रही थी कि वे ट्वंटी-20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन करेंगे लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले मैच में उन्होंने ख़ासा निराश किया और भारत को अपने ट्वंटी-20 इतिहास की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ गयी।
भारत को तीन मैचों की सीरीज के शुक्रवार को होने वाले दूसरे मैच में वापसी करनी है तो उसके युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने वैसा प्रदर्शन नहीं किया जैसी उससे उम्मीद की जा रही थी। भारतीय टीम वनडे सीरीज 4-1 से जीतकर ट्वंटी-20 सीरीज में उतरी और पहले ही मैच में उसे 80 रन से हार का सामना करना पड़ा। भारत की इस फॉर्मेट में रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी हार है।
टीम के युवा खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में काफी निराश किया जबकि 37 साल के सबसे अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक 39 रन बनाए। शिखर धवन ने 29, विजय शंकर ने 27 और क्रुणाल पांड्या ने 20 रन का योगदान दिया लेकिन जब टीम 200 से ऊपर के लक्ष्य का पीछा कर रही हो तो टीम को बड़ी साझेदारियों की जरूरत होती है और भारतीय पारी में एक भी बड़ी साझेदारी नहीं बन पायी।
खुद कप्तान रोहित शर्मा एक रन बनाकर आउट हुए जबकि धोनी के उत्तराधिकारी कहे जा रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत चार रन ही बना सके। टीम में शामिल तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक पांच रन पर निपट गए। आलराउंडर हार्दिक पांड्या चार रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
न्यूजीलैंड ने छह विकेट पर 219 रन का मजबूत स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारतीय टीम 19.2 ओवर में 139 रन पर ढेर हो गई। भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में निराशाजनक प्रदर्शन किया। भारत का क्षेत्ररक्षण में भी प्रदर्शन खराब रहा। कीवी टीम की तरफ से तूफानी 84 रन बनाने वाले ओपनर टिम सिफर्ट को उनके 17 रन के स्कोर पर दो बार जीवनदान मिला।
सिफर्ट को उनके 17 रन के स्कोर पर पहले धोनी ने विकेट के पीछे और फिर कार्तिक ने आउटफील्ड में जीवन दान दिया। सिफर्ट ने इन जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए अपना पहला ट्वंटी-20 अर्धशतक बना डाला। इससे पहले उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 14 रन था।
भारतीय गेंदबाजों ने भी काफी अनियंत्रित गेंदबाजी की और जमकर रन लुटाये। हार्दिक पांड्या ने 51 रन पर दो विकेट, भुवनेश्वर कुमार ने 47 रन पर एक विकेट, खलील अहमद ने 48 रन पर एक विकेट, क्रुणाल पांड्या ने 37 रन पर एक विकेट और युजवेंद्र चहल ने 35 रन पर एक विकेट लिया। तीनों तेज गेंदबाजों के मुकाबले दोनों स्पिनरों क्रुणाल और चहल का प्रदर्शन बेहतर रहा। रोहित को दूसरे मैच में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को आजमाना होगा जिन्हें खेलने में कीवी बल्लेबाज परेशानी महसूस करते हैं।
टीम को यदि विदेशी जमीन पर सीरीज जीत का चौका लगाना है तो उसे दूसरे मैच में वापसी करनी होगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में ट्वंटी-20 सीरीज ड्रा खेली थी और टेस्ट तथा वनडे सीरीज जीती थी। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज 4-1 के बड़े अंतर से जीती और इस सीरीज को जीतने के लिए उसे आखिरी दोनों मैच जीतने होंगे और इस अभियान में युवा खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।