नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ 21 फरवरी से वेलिंगटन में शुरू हो रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज में पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली सहित कई दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे।
मौजूदा समय की रन मशीन विराट अब तक 84 टेस्ट मैचों में 54.97 के औसत से 7207 रन बना चुके हैं और वह गांगुली को पीछे छोड़ देंगे। गांगुली ने अपने करियर में 113 टेस्ट मैचों में 42.17 के औसत से 7212 रन बनाए हैं। गांगुली को पीछे छोड़ने के लिए विराट को सिर्फ 11 रन की जरुरत है।
विराट के पास इस सीरीज में गांगुली ही नहीं कई अन्य दिग्गजों को पीछे छोड़ने का मौका रहेगा। वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल (7214) को पीछे छोड़ने के लिए विराट को सिर्फ 13 रन की जरुरत है। ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ (7227) को पीछे छोड़ने के लिए 26 रन, ऑस्ट्रलिया के ही डेविड वार्नर (7244) को पीछे छोड़ने के लिए 43, इंग्लैंड के वाली हेमंड (7249) को पीछे छोड़ने के लिए 48 रन और दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन (7289) को पीछे छोड़ने के लिए 88 रन की जरूरत है।
विराट यह काम करने में कामयाब रहते है तो वह टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में 42वें नंबर पर पहुंच जाएंगे। विराट के अलावा भारत के अन्य खिलाड़ियों के पास भी इस सीरीज में व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने का मौका रहेगा।
ओपनर मयंक अग्रवाल को टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे करने के लिए मात्र 128 रन की जरुरत है। मयंक अब तक नौ टेस्ट मैचों में 67.07 के औसत से 872 रन बना चुके है। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा इस सीरीज में दो टेस्ट खेलते ही अपने 50 टेस्ट पूरे कर लेंगे और साथ ही टेस्ट में 2000 रन पूरे करने के लिए 156 रन की जरुरत है।
टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा यदि इस सीरीज में जबरदस्त फॉर्म दिखाते है तो उनके पास 6000 रन पूरे करने का मौका रहेगा। पुजारा ने अब तक 75 टेस्ट मैचों में 49.48 के औसत से 5740 रन बनाए है और उन्हें 260 रन की जरुरत है।
गेंदबाजी में तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के पास 300 विकेट पूरे करने का मौका रहेगा। इशांत ने गत फरवरी को बेंगलुरु में फिटनेस टेस्ट पास कर लिया था और उम्मीद है कि वह पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ भारतीय तेज गेंदबाजी का भार संभालेंगे। इशांत ने अब तक 96 टेस्ट मैचों में 32.68 के औसत से 292 विकेट लिए है और 300 विकेट पूरे करने से वह आठ विकेट दूर है।
भारतीय ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पास भी कुछ दिग्गजों से आगे निकलने का मौका रहेगा। अश्विन ने 70 टेस्टों में 362 विकेट लिए है जबकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान ने 88 टेस्टों में 362 विकेट और न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल वेटोरी ने 113 टेस्टों में 362 विकेट लिए है। सीरीज में एक विकेट लेते ही अश्विन इन दोनों गेंदबाजों से आगे निकल जाएंगे।
ओपनर मयंक अग्रवाल को टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे करने के लिए मात्र 128 रन की जरुरत है। मयंक अब तक नौ टेस्ट मैचों में 67.07 के औसत से 872 रन बना चुके है। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा इस सीरीज में दो टेस्ट खेलते ही अपने 50 टेस्ट पूरे कर लेंगे और साथ ही टेस्ट में 2000 रन पूरे करने के लिए 156 रन की जरुरत है।
टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा यदि इस सीरीज में जबरदस्त फॉर्म दिखाते है तो उनके पास 6000 रन पूरे करने का मौका रहेगा। पुजारा ने अब तक 75 टेस्ट मैचों में 49.48 के औसत से 5740 रन बनाए है और उन्हें 260 रन की जरुरत है।
गेंदबाजी में तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के पास 300 विकेट पूरे करने का मौका रहेगा। इशांत ने गत फरवरी को बेंगलुरु में फिटनेस टेस्ट पास कर लिया था और उम्मीद है कि वह पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ भारतीय तेज गेंदबाजी का भार संभालेंगे। इशांत ने अब तक 96 टेस्ट मैचों में 32.68 के औसत से 292 विकेट लिए है और 300 विकेट पूरे करने से वह आठ विकेट दूर है।
भारतीय ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पास भी कुछ दिग्गजों से आगे निकलने का मौका रहेगा। अश्विन ने 70 टेस्टों में 362 विकेट लिए है जबकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान ने 88 टेस्टों में 362 विकेट और न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल वेटोरी ने 113 टेस्टों में 362 विकेट लिए है। सीरीज में एक विकेट लेते ही अश्विन इन दोनों गेंदबाजों से आगे निकल जाएंगे।