मस्कट(ओमान) । भारतीय पुरूष हॉकी टीम गुरूवार को यहां पांचवें एशियन चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में मेज़बान ओमान के खिलाफ उद्घाटन मैच में उतरेगी जहां उसका लक्ष्य विजयी शुरूआत के साथ लय बनाये रखना होगा।
भारत और ओमान गुरूवार को यहां सुल्तान काबूस स्पोर्ट्स कॉम्लैक्स में टूर्नामेंट के पहले मुकाबले के लिये उतरेंगे। विश्व की पांचवें नंबर की टीम भारत टूर्नामेंट में शीर्ष रैंक टीम है और इंडोनेशिया के जकार्ता में हुये एशियाई खेलों में कांस्य पदक के निराशाजनक अनुभव को पीछे छोड़ने का प्रयास करेगी।
वर्ष 2014 में हुये एशियाई खेलों में आखिरी बार भारत और ओमान की भिड़ंत हुई थी जिसमें भारतीय टीम 7-0 से विजेता रही थी। पुरूष टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने माना कि भारत के लिये राउंड रॉबिन पूल केे मैच अहम होंगे। उन्होंने कहा,“हम चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर उत्साहित हैं और खुश हैं कि अपना अभियान मेजबान टीम के खिलाफ शुरू कर रहे हैं।”
कोच ने कहा,“ भारत के लिये ओपनिंग मुकाबला अच्छी परीक्षा होगी और इसमें विजयी शुरूआत आगे के मैचों में मददगार होगा जिसमें मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और दक्षिण कोरिया की चुनौती होगी। हमारे लिये जरूरी होगा कि हम अपने बेसिक को ठीक रखें और अच्छा प्रदर्शन कर लय बनायें।”
भारत टूर्नामेंट में गत चैंपियन के तौर पर उतरेगा। उसने 2016 के संस्करण में पाकिस्तान को 3-2 से हराया था। लेकिन कोच हरेंद्र का मानना है कि भारतीय टीम को दोबारा खिताब के लिये अपनी गलतियों में कमी करनी होगी। उन्होंने कहा,“ हम जानते हैं कि हमारी टीम बहुत अच्छी है और दुनिया के किसी भी देश को हरा सकती है लेकिन कई बार चीजें आपके हिसाब से नहीं होती हैं। इसलिये जरूरी है कि आप 60 मिनट के खेल में विपक्षी टीम को कोई मौका न दें।”
उन्होंने कहा,“ भारतीय टीम को एशियाई खेलों की अपनी गलतियों से सीखना होगा और उससे यहां बचना होगा। यह टूर्नामेंट भारत को ओडिशा में होने वाले विश्वकप से पहले आत्मविश्वास प्रदान करेगा। हमारा फिलहाल उद्देश्य तो सेमीफाइनल में जगह बनाना है उसके बाद हम अगले लक्ष्य के लिये काम करेंगे।”
भारतीय टीम ओमान के खिलाफ पहले मैच में खेलने के बाद 20 अक्टूबर को चिर प्रतिद्वद्वी जापान से खेलेगा जबकि 21 अक्टूबर को उसका मैच जापान, 23 अक्टूबर को मलेशिया और 24 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया से होगा। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के आखिरी संस्करण में भारतीय टीम अपराजेय रही थी जिसमें उसने जापान को 10-2 से हराया, दक्षिण कोरिया से मैच 1-1 से ड्रॉ किया, पाकिस्तान को 3-2 से, चीन को 9-0 और मलेशिया को 2-1 से पूल चरण में हराया जबकि सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को 5-4 से शूटआउट में हराया था।
भारत और पाकिस्तान दोनों ने दो दो बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब जीते हैं जबकि अच्छी लय में चल रही भारतीय टीम इस बार तीसरी बार खिताबी हैट्रिक के लिये उतरेगी। भारत ने वर्ष 2011 और 2016 में खिताब जीते थे जबकि पाकिस्तान ने 2012 और 2013 में खिताब जीते हैं।