मैनचेस्टर । क्रिकेट इतिहास के दो सबसे बड़े चिर-प्रतिद्वंद्वियों भारत और पाकिस्तान के बीच सुपर संडे को होने वाले आईसीसी विश्व कप के महामुकाबले में जबरदस्त भिड़ंत की उम्मीद है लेकिन इस पर महामुकाबले पर बारिश की आशंका के बादल मंडरा रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले इस मुकाबले का क्रिकेट प्रशंसकों के साथ आईसीसी को भी बड़ी बेसब्री से इन्तजार है जिसके टिकट महीनों पहले बिक गए थे और इस मैच को लेकर सभी की सांसें थमी हुई हैं। रविवार को यह मुकाबला शुरू होते ही स्टेडियम हॉउसफुल हो चुका होगा, करोड़ों निगाहें टीवी स्क्रीन पर चिपक चुकी होंगी और भारत और पाकिस्तान की गलियों में सन्नाटा पसर चुका होगा।
इस मुकाबले को लेकर हर तरफ यही उम्मीद लगायी जा रही होगी कि बारिश न हो और एक पूरा मुकाबला देखने को मिले। इस विश्व कप में अबतक चार मैच बारिश के कारण रद्द हो चुके हैं और भारत तथा पाकिस्तान को भी बारिश का शिकार हो चुके हैं। भारत का न्यूजीलैंड के साथ मुकाबला धुल चुका है जबकि पाकिस्तान का श्रीलंका के साथ मैच रद्द रहा था। भारत के खाते में तीन मैचों से पांच अंक हैं और पाकिस्तान के चार मैचों से तीन अंक हैं। पाकिस्तान का यह पांचवां और भारत का चौथा मैच होगा।
ओल्ड ट्रैफर्ड में शुक्रवार को हल्की बारिश हुई थी। पिच और मैदान को पूरी तरह कवर कर रखा गया है। पिच के दोनों तरफ टूर्नामेंट के प्रायोजक के लोगो को पेंट किया जाना है और इसके लिए मैदान का सूखना जरूरी है।
ओल्ड ट्रैफर्ड ने गत 22 मई के बाद से कोई मैच आयोजित नहीं हुआ है। पिछले सप्ताह यहां रोजाना बारिश हुई थी जिसके कारण अधिकतर समय तक पिच पर कवर पड़े रहे हैं। पिच पर हालांकि घास नहीं दिखाई दे रही है लेकिन यहां की पिच पारम्परिक रूप से स्विंग गेंदबाजों की मदद करती है।
रविवार को बारिश होने की भविष्यवाणी की गयी है। इस आशंका के बीच दोनों टीमों के साथ-साथ आईसीसी और उसके निवर्तमान मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन उम्मीद लगा रहे हैं कि किसी तरह यह मैच सुरक्षित निकल जाए। यदि यह मैच बारिश से धुलता है तो आईसीसी की बड़ी किरकिरी होगी क्योंकि यह टूर्नामेंट का सबसे बड़ा मुकाबला माना जा रहा है।
क्रिकेट के इन दो चिर प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध पिछले कई वर्षों टूटे पड़े हैं और उनके बीच आईसीसी टूर्नामेंटों में ही मुकाबला हो पाता है। दोनों के बीच आखिरी बार 2017 की आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में मुकाबला हुआ था जिसमें पाकिस्तान ने भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया था। हालांकि ग्रुप मैच में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह पराजित किया था।
विश्वकप में पहली बार दोनों टीमें 1992 में आमने-सामने हुई जहां भारत ने 43 रन से जीत दर्ज की। भारत ने 1996 के विश्वकप में पाकिस्तान को बेंगलुरु में 39 रन से, 1999 में मैनचेस्टर में 47 रन से और 2003 में सेंचुरियन में छह विकेट से पराजित किया था। 2007 के विश्वकप में दोनों टीमों के बीच कोई मुकाबला नहीं हुआ था और दोनों ही टीमें ग्रुप चरण में बाहर हो गई थीं।
भारत और पाकिस्तान का 2011 के विश्वकप के सेमीफाइनल में मोहाली में मुकाबला हुआ जिसमें भारत 29 रन से जीत गया। भारत ने 2015 के विश्वकप में पाकिस्तान को एडिलेड में 76 रन से पराजित किया। भारत ने विश्वकप में पाकिस्तान से अपने सभी छह मुकाबले जीते हैं। दोनों के बीच विश्वकप में रविवार को सातवां मुकाबला होगा और इस मुकाबले के दौरान दोनों टीमों की धड़कनें बढ़ी रहेंगी।
विश्व की नंबर दो टीम भारत ने अपने पहले दो मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका और गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराया है जबकि न्यूजीलैंड के साथ उसका मुकाबला बारिश के कारण रद्द रहा था। बाएं हाथ के ओपनर शिखर के चोटिल हो जाने के बाद लोकेश राहुल को ओपनिंग में रोहित शर्मा के जोड़ीदार के रुप में उतारा जाएगा।
राहुल अबतक दो मैचों में चौथे नंबर पर खेले थे जबकि बंगलादेश के खिलाफ अभ्यास मैच में उन्होंने चौथे नंबर पर ही शतक बनाया था। राहुल मूलत: ओपनिंग बल्लेबाज हैं लेकिन रोहित और शिखर की अनुभवी जोड़ी के चलते वह चौथे नंबर पर उतर रहे थे।
राहुल के ओपनिंग में जाने के बाद अब टीम प्रबंधन को मध्यक्रम में उनकी जगह लेने के लिए दो खिलाड़ियों के बीच में से फैसला करना होगा। दिनेश कार्तिक वैसे तो विकेटकीपर बल्लेबाज हैं लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी में उन्हें विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर मैदान में उतरना होगा। विजय शंकर मध्यम तेज गेंदबाज ऑलराउंडर है और चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद ने विश्वकप टीम की घोषणा करते समय उन्हें त्रिआयामी खिलाड़ी बताया था।
भारतीय चयनकर्ता इस समय इंग्लैंड में भारतीय टीम के साथ बने हुए हैं जिनमें प्रसाद भी शामिल हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मध्यक्रम में टीम प्रबंधन कार्तिक के अनुभव को प्राथमिकता देता है या फिर शंकर की ऑलराउंड प्रतिभा को।
शिखर के इस मुकाबले से भी बाहर हो जाने के बाद रोहित और कप्तान विराट कोहली पर टीम को बड़ा स्कोर देने की जिम्मेदारी रहेगी। रोहित ने भारत के पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार शतक बनाया था जबकि कप्तान विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82 रन की पारी खेली थी।
राहुल के ओपनिंग में उतरने की स्थिति में अनुभवी धोनी को चौथे नंबर पर लाया जा सकता है और यदि शुरुआती बल्लेबाज बड़ा स्कोर बना जाते हैं तो ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को तेज गति से रन बनाने के लिए चौथे नंबर पर भेजा जा सकता है। यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
भारत ने टूर्नामेंट में अबतक अच्छी गेंदबाजी की है। यार्करमैन जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को शीर्ष पाकिस्तानी बल्लेबाजों को रोकना होगा और कलाई के दोनों स्पिनरों युजवेंद्र चहल तथा कुलदीप यादव को मध्य ओवरों में विपक्षी टीम पर अंकुश लगाने का काम करना होगा।
भारतीय बल्लेबाजों को तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर से सावधान रहना होगा जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में पांच विकेट लिए थे। पाकिस्तान यह मुकाबला 41 रन से हार गया था और अब उसे विश्व कप में भारत के खिलाफ अपने सभी मैच हारने की प्रेतबाधा से मुक्त होने के लिए वापसी करनी होगी।