सेंचुरियन। कप्तान विराट कोहली (नाबाद 85) ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को साहसिक कप्तानी पारी खेल भारतीय पारी को संभाले रखा है। भारत ने सुपरस्पोर्ट पार्क पर खेले जा रहे इस मैच में दूसरे दिन का अंत 61 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 183 रनों के साथ किया है। वह अभी भी मेजबान टीम के पहली पारी के स्कोर 335 रनों के मुकाबले 152 रन पीछे है।
कोहली ने अभी तक 130 गेंदों का सामना किया है और आठ चौके लगाए हैं। उनके साथ हार्दिक पंड्या 11 रन बनाकर खेल रहे हैं। कोहली ने सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (46) के साथ मिलकर टीम को खराब शुरुआत से बाहर निकाला।
अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारत को लोकेश राहुल के (10) के रूप में पहला झटका लगा। राहुल को मोर्ने मोर्कल ने 28 के कुल स्कोर पर अपनी ही गेंद पर कैच किया। अगली ही गेंद पर चेतेश्वर पुजारा बिना खाता खोले दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए।
इसके बाद विजय और कोहली ने टीम को संभाला और टीम को 107 रनों तक पहुंचा दिया। विजय अपने अर्धशतक से चार रन दूर थे तभी केशव महाराज की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक के हाथों में जा समाई।
रोहित शर्मा 10 रनों का ही योगदान दे सके। वह 132 के कुल स्कोर पर कागिसो रबादा की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। पार्थिव पटेल को इस मैच में पदार्पण कर रहे लुंगी नगिडी ने अपना पहला शिकार बनाया। नगिडी की एक गेंद पार्थिव के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर के हाथों में गई।
इसके बाद पंड्या और कोहली ने दिन का खेल खत्म होने तक भारत को कोई और झटका नहीं लगने दिया। इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका के लिए एडिन मार्कराम ने सबसे ज्यादा 94 रन बनाए। हाशिम अमला ने 82 और फाफ डु प्लेसिस ने 63 रनों का योगदान दिया।
दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत पहले दिन (शनिवार) के स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 269 रनों से की थी। टीम दूसरे दिन के पहले सत्र में अपने खाते में 66 रन जोड़ कर पवेलियन में बैठ गई। अगर भारतीय फील्डर कैच नहीं छोड़ते तो वह इससे पहले भी पवेलियन लौट सकती थी।
दक्षिण अफ्रीका को दिन का पहला झटका मोहम्मद शमी ने दिया। उन्होंने केशव महाराज (18) को 282 के कुल स्कोर पर विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया। इसी के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने 100 विकेट पूरे कर लिए।
शमी टेस्ट में विकेटों का शतक लगाने वाले 21वें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। वहीं वह इस मुकाम को हासिल करने वाले भारत के सातवें तेज गेंदबाज हैं। शमी ने 29वें मैच में यह उपलब्धी हासिल की।
इसके बाद डु प्लेसिस को कागिसो रबादा (11) का साथ मिला और दोनों ने टीम का स्कोर 324 तक पहुंचा दिया। ईशांत शर्मा की गेंद पर हार्दिक पांड्या के हाथों लपके जाने से पहले रबादा को कोहली ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर स्लिप में विराट कोहली ने जीवनदान दिया।
दूसरे छोर से स्कोरबोर्ड को चालू रखने वाले फाफ डु प्लेसिस की 142 गेंदों की पारी का अंत ईशांत ने उन्हें बोल्ड कर किया। डु प्लेसिस ने अपनी पारी में नौ चौके लगाए। मोर्ने मोर्केल (6) को अश्विन ने मुरली विजय के हाथों कैच करा मेजबान टीम की पारी का अंत किया। भारत की तरफ से अश्विन ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए हैं। ईशांत ने तीन और शमी को एक सफलता मिली।